नरेश मीणा की निर्दलीय एंट्री से बिगड़े सियासी समीकरण
राजस्थान के बारां जिले की अंता विधानसभा सीट पर 11 नवंबर को होने वाले उपचुनाव से पहले राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। इस बार मुकाबला त्रिकोणीय होता दिख रहा है, क्योंकि युवा नेता नरेश मीणा ने कांग्रेस से टिकट न मिलने पर निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है।
🔍 उपचुनाव की पृष्ठभूमि और मतदान कार्यक्रम
- मतदान तिथि: 11 नवंबर 2025
- मतगणना: 14 नवंबर 2025
- सीट खाली होने का कारण: BJP विधायक कंवरलाल मीणा की अयोग्यता (दोष सिद्धि के बाद सदस्यता समाप्त)
👤 नरेश मीणा का सियासी उभार और लोकप्रियता
📌 प्रमुख बिंदु:
- 2024 देवली-उनियारा उपचुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में 60,000 वोट हासिल किए।
- कांग्रेस उम्मीदवार तीसरे स्थान पर रहे, जबकि नरेश दूसरे स्थान पर रहे।
- सोशल मीडिया पर सक्रियता और युवाओं में लोकप्रियता ने उन्हें मजबूत जनाधार दिया।
🧾 राजनीतिक सफर:
- छात्र राजनीति से शुरुआत (NSUI महासचिव, राजस्थान विश्वविद्यालय)
- 2023 में छबड़ा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ा, 44,000 वोट मिले
- समरावता थप्पड़कांड के बाद सहानुभूति की लहर
🧬 जातीय समीकरण: किसके पास कितने वोट?
अंता विधानसभा सीट पर कुल 2,27,563 मतदाता हैं। जातीय आधार पर वोटों का वितरण इस प्रकार है:
समुदाय | अनुमानित वोटर संख्या |
---|---|
माली समाज | 40,000 |
मीणा समाज | 30,000 |
अनुसूचित जाति (SC) | 35,000 |
मुस्लिम | 8,000 |
धाकड़ समाज | उल्लेखनीय संख्या |
🎯 जातीय प्रभाव:
- प्रमोद जैन भाया माली समाज के प्रभावशाली नेता हैं।
- नरेश मीणा मीणा समाज से आते हैं और इस समुदाय में उनकी मजबूत पकड़ है।
- जातीय वोटों का बंटवारा BJP और कांग्रेस दोनों के लिए चिंता का विषय है।
📜 अंता सीट का सियासी इतिहास
🗓️ चुनावी ट्रेंड:
- 2008: कांग्रेस (प्रमोद जैन भाया) ने BJP को बड़े अंतर से हराया
- 2013: BJP (प्रभूलाल सैनी) ने कांग्रेस को हराया
- 2018: कांग्रेस ने वापसी की
- 2023: BJP (कंवरलाल मीणा) ने कांग्रेस को 5,861 वोटों से हराया
📌 वर्तमान स्थिति:
- कांग्रेस ने फिर से प्रमोद जैन भाया को मैदान में उतारा है।
- BJP ने अभी तक उम्मीदवार घोषित नहीं किया है।
- नरेश मीणा की निर्दलीय उम्मीदवारी ने मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया है।
🎙️ बयानबाज़ी से गरमाया माहौल
🔥 नरेश मीणा के आरोप:
- कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा पर BJP से मिलीभगत का आरोप
- डोटासरा के बेटे पर RAS में फर्जी नियुक्ति का दावा
🗣️ कांग्रेस की प्रतिक्रिया:
- प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा, “ट्विटर से MLA नहीं बनते”
- पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने नरेश को “लंबी दौड़ का घोड़ा” बताया
🧠 BJP और कांग्रेस की रणनीति
- कंवरलाल मीणा के पिछले प्रदर्शन को ध्यान में रखते हुए मजबूत उम्मीदवार की तलाश
- जातीय समीकरण को साधने की कोशिश
🔵 कांग्रेस:
- प्रमोद जैन भाया के अनुभव और माली समाज में पकड़ पर भरोसा
- नरेश मीणा की एंट्री से रणनीति में बदलाव
📊 चुनावी विश्लेषण: किसे कितना फायदा, किसे कितना नुकसान?
- नरेश मीणा मीणा और SC वोटों में सेंध लगा सकते हैं
- कांग्रेस को परंपरागत वोट बैंक में बंटवारे का खतरा
- BJP को स्पष्ट रणनीति की आवश्यकता
📌 संभावित असर:
- त्रिकोणीय मुकाबले में जीत का अंतर बेहद कम हो सकता है
- निर्दलीय उम्मीदवार की भूमिका निर्णायक हो सकती है
❓FAQs
❓ अंता उपचुनाव कब होगा?
🗓️ मतदान 11 नवंबर 2025 को होगा, मतगणना 14 नवंबर को।
❓ नरेश मीणा किस पार्टी से चुनाव लड़ रहे हैं?
🔘 वे निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मैदान में हैं।
❓ प्रमोद जैन भाया कौन हैं?
🔷 कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री, माली समाज में प्रभावशाली।
❓ अंता सीट पर कितने मतदाता हैं?
👥 कुल 2,27,563 मतदाता, जिनमें पुरुष, महिला और थर्ड जेंडर शामिल हैं।
🔚 निष्कर्ष: अंता में त्रिकोणीय मुकाबले की आहट
अंता विधानसभा उपचुनाव में नरेश मीणा की निर्दलीय उम्मीदवारी ने राजनीतिक समीकरणों को पूरी तरह बदल दिया है। जातीय गणित, सियासी इतिहास और बयानबाज़ी ने इस चुनाव को बेहद रोचक बना दिया है। BJP और कांग्रेस दोनों को अपनी रणनीति पर पुनर्विचार करना पड़ रहा है।
External Source: Patrika Report
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