गर्भावस्था एक संवेदनशील और महत्वपूर्ण समय होता है, जिसमें महिला को अपने खानपान का विशेष ध्यान रखना चाहिए। सही पोषण जहाँ शिशु के विकास में मदद करता है, वहीं कुछ खाद्य पदार्थ ऐसे होते हैं जो माँ और बच्चे दोनों के लिए हानिकारक हो सकते हैं। इस लेख में हम बताएंगे 10 ऐसी चीज़ें जिन्हें गर्भावस्था के दौरान खाने से परहेज़ करना चाहिए।
गर्भावस्था में भोजन सुरक्षा क्यों है ज़रूरी?
गर्भावस्था के दौरान महिला की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है, जिससे वह खाद्य जनित संक्रमणों के प्रति अधिक संवेदनशील हो जाती है। यदि कोई हानिकारक तत्व शरीर में प्रवेश कर जाए, तो इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं:
- गर्भपात
- समय से पहले प्रसव
- कम वज़न वाला शिशु
- शिशु के मस्तिष्क या अंगों में विकास संबंधी समस्याएँ
- माँ को संक्रमण
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, गर्भावस्था में भोजन की सुरक्षा को प्राथमिकता देना अत्यंत आवश्यक है।
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गर्भावस्था में खाने से परहेज़ करने वाली 10 चीज़ें
नीचे दी गई सूची में वे खाद्य पदार्थ शामिल हैं जिन्हें गर्भवती महिलाओं को नहीं खाना चाहिए, साथ ही उनके पीछे के वैज्ञानिक कारण भी बताए गए हैं।
1. कच्चा या अधपका मांस
कच्चे मांस में साल्मोनेला, लिस्टेरिया और ई.कोली जैसे बैक्टीरिया हो सकते हैं जो गंभीर संक्रमण का कारण बन सकते हैं।
बचें:
- अधपका स्टेक
- अधपके कबाब
- कच्चा कीमा
सुरक्षित विकल्प: मांस को कम से कम 75°C तक पकाएं।
2. अपाश्चुरीकृत डेयरी उत्पाद
सॉफ्ट चीज़ और कच्चा दूध लिस्टेरिया नामक बैक्टीरिया से संक्रमित हो सकते हैं।
बचें:
- ब्री
- कैमेम्बर्ट
- फेटा
- बकरी का दूध
सुझाव: हमेशा पैक पर “Pasteurized” लिखा हुआ देखें।
3. कच्चे या अधपके अंडे
कच्चे अंडों में साल्मोनेला हो सकता है, जिससे उल्टी, दस्त और बुखार हो सकता है।
बचें:
- होममेड मेयोनेज़
- कच्चा केक बैटर
- अधपका ऑमलेट
सुरक्षित तरीका: अंडों को पूरी तरह पकाएं जब तक कि सफेदी और पीला भाग दोनों सख्त न हो जाएं।
4. हाई मर्करी वाली मछलियाँ
मर्करी एक न्यूरोटॉक्सिन है जो शिशु के मस्तिष्क के विकास को प्रभावित कर सकता है।
बचें:
- शार्क
- स्वोर्डफिश
- किंग मैकेरल
सुरक्षित विकल्प:
- सैल्मन
- सार्डिन
- ट्राउट
नियम: सप्ताह में 2–3 बार ही मछली खाएं।
5. कच्चे शेलफिश
कच्चे शेलफिश जैसे ऑयस्टर और क्लैम में नोरोवायरस और वाइब्रियो जैसे बैक्टीरिया हो सकते हैं।
जोखिम:
- फूड पॉइज़निंग
- डिहाइड्रेशन
- अस्पताल में भर्ती
सुझाव: शेलफिश को अच्छी तरह पकाकर ही खाएं।
6. बिना धोए फल और सब्जियाँ
इनमें टॉक्सोप्लाज़मा नामक परजीवी हो सकता है जो शिशु के मस्तिष्क को नुकसान पहुँचा सकता है।
सावधानी:
- बहते पानी से धोएं
- छीलकर खाएं
- कटे हुए सलाद से बचें
7. पपीता (विशेष रूप से अधपका)
अधपके पपीते में लेटेक्स होता है जो गर्भाशय में संकुचन ला सकता है।
जोखिम:
- गर्भपात
- समय से पहले प्रसव
सुरक्षित विकल्प:
- सेब
- केला
- जामुन
8. अनानास
अनानास में ब्रोमेलिन नामक एंजाइम होता है जो गर्भाशय की दीवार को नरम कर सकता है।
विवाद: थोड़ी मात्रा में सुरक्षित हो सकता है, लेकिन अधिक सेवन से बचें।
सुझाव: डॉक्टर से सलाह लें।
9. अधिक कैफीन
कैफीन प्लेसेंटा को पार कर सकता है और शिशु की हृदय गति को प्रभावित कर सकता है।
कैफीन स्रोत:
- कॉफी
- चाय
- एनर्जी ड्रिंक
- चॉकलेट
सीमा: 200 mg प्रतिदिन (लगभग एक कप कॉफी)
विकल्प: हर्बल टी या डिकैफ कॉफी लें।
10. शराब
गर्भावस्था में शराब पीने से फीटल अल्कोहल स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर (FASD) हो सकता है।
प्रभाव:
- चेहरे की विकृति
- व्यवहार संबंधी समस्याएँ
- सीखने में कठिनाई
सुझाव: शराब पूरी तरह से त्याग दें।
गर्भावस्था में सुरक्षित आहार के लिए अतिरिक्त सुझाव
1. स्वच्छता का ध्यान रखें
- खाना बनाने से पहले और बाद में हाथ धोएं
- मांस और सब्जियों के लिए अलग कटिंग बोर्ड रखें
- फ्रिज में खाद्य पदार्थ सही तापमान पर रखें
2. लेबल ध्यान से पढ़ें
- Pasteurized लिखा हो
- प्रिज़र्वेटिव और कृत्रिम रंग से बचें
- एक्सपायरी डेट देखें
3. पोषण विशेषज्ञ से सलाह लें
आपके शरीर की ज़रूरतों के अनुसार एक संतुलित डाइट प्लान बनवाएं।
विशेषज्ञों की राय और सरकारी दिशानिर्देश
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के अनुसार, गर्भवती महिलाओं को आयरन, कैल्शियम, फोलिक एसिड और प्रोटीन से भरपूर आहार लेना चाहिए।
बाहरी स्रोत: CDC Pregnancy Nutrition Guidelines
गर्भावस्था से जुड़े आम मिथक
मिथक 1 – “दो लोगों के लिए खाना है”
सच्चाई: पोषण ज़रूरी है, लेकिन ज़रूरत से ज़्यादा कैलोरी लेना नुकसानदायक हो सकता है।
मिथक 2 – “सभी फल सुरक्षित हैं”
सच्चाई: पपीता और अनानास जैसे फल गर्भावस्था में नुकसान पहुँचा सकते हैं।
मिथक 3 – “हर्बल टी हमेशा फायदेमंद होती है”
सच्चाई: कुछ हर्ब्स जैसे गिंसेंग और लिकोरिस हार्मोन को प्रभावित कर सकते हैं।
निष्कर्ष
गर्भावस्था में सही खानपान माँ और शिशु दोनों की सेहत के लिए बेहद ज़रूरी है। ऊपर बताए गए खाद्य पदार्थों से परहेज़ करके आप कई जटिलताओं से बच सकती हैं। डॉक्टर की सलाह लेना और पोषण संबंधी जानकारी से अपडेट रहना इस सफर को सुरक्षित और सुखद बना सकता है।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
❓ गर्भावस्था में किन चीज़ों से परहेज़ करना चाहिए? कच्चा मांस, अपाश्चुरीकृत दूध, शराब, पपीता और अधिक कैफीन से बचें।
❓ क्या अनानास खाना सुरक्षित है? थोड़ी मात्रा में ठीक हो सकता है, लेकिन अधिक सेवन से बचें।
❓ क्या गर्भावस्था में कॉफी पी सकते हैं? हाँ, लेकिन 200 mg प्रतिदिन से अधिक
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