आयुष्मान भारत योजना में छत्तीसगढ़ का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन
छत्तीसगढ़ ने प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PM-JAY) के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए राष्ट्रीय स्तर पर सराहना प्राप्त की है। भोपाल में आयोजित राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (NHA) के कॉन्क्लेव में राज्य को “बेस्ट परफॉर्मिंग स्टेट” का पुरस्कार प्रदान किया गया।
🎯 योजना की मुख्य उपलब्धियाँ
- 97% अस्पतालों में कैशलेस इलाज की सुविधा
- संदिग्ध दावों की संख्या में भारी गिरावट
- क्लेम प्रोसेसिंग का समय घटकर 7–10 दिन
- सशक्त एंटी फ्रॉड यूनिट का गठन
- फील्ड ऑडिट और नियमित संवाद से पारदर्शिता में वृद्धि
🏅 पुरस्कार समारोह की झलक
भोपाल में आयोजित कॉन्क्लेव में NHA के CEO डॉ. सुनील कुमार बर्नवाल ने छत्तीसगढ़ की राज्य नोडल एजेंसी (SNA) की CEO डॉ. प्रियंका शुक्ला और प्रोजेक्ट डायरेक्टर डॉ. धर्मेंद्र गहवाई को यह सम्मान प्रदान किया। यह पुरस्कार राज्य की पारदर्शिता, दक्षता और स्वास्थ्य बीमा दावों में न्यूनतम लंबित मामलों के लिए दिया गया।
🔍 संदिग्ध दावों पर नियंत्रण की रणनीति
जनवरी 2025 की समीक्षा बैठक में छत्तीसगढ़ में संदिग्ध क्लेम्स की संख्या अधिक पाई गई थी। इसके बाद SNA ने कई ठोस कदम उठाए:
📌 उठाए गए प्रमुख कदम:
- फील्ड ऑडिट अभियान चलाकर संदिग्ध दावों की पहचान।
- क्लेम प्रोसेसिंग का टर्न-अराउंड टाइम (TAT) घटाकर 7–10 दिन किया गया।
- स्टेट एंटी फ्रॉड यूनिट (SAFU) का गठन।
- नियमित संवाद एपैनल्ड हेल्थ केयर प्रोवाइडर्स के साथ।
इन प्रयासों से पहले जहां प्रति सप्ताह 2,000 से अधिक संदिग्ध दावे सामने आते थे, अब यह संख्या घटकर 500 से भी कम रह गई है।
🏥 आंबेडकर अस्पताल में भी संदिग्ध क्लेम
सिर्फ निजी अस्पताल ही नहीं, बल्कि आंबेडकर अस्पताल में भी संदिग्ध क्लेम्स पाए गए। SAFU ने अस्पताल प्रबंधन को नोटिस जारी किया है। मई से सितंबर 2025 के बीच 2127 क्लेम्स दर्ज हुए, जिनकी अनुमानित राशि ₹2 करोड़ है।
📊 राष्ट्रीय औसत से बेहतर प्रदर्शन
छत्तीसगढ़ में 97% अस्पतालों में आयुष्मान भारत योजना के तहत कैशलेस इलाज हो रहा है, जबकि:
- मध्यप्रदेश में यह आंकड़ा 62% है।
- राष्ट्रीय औसत मात्र 52% है।
यह दर्शाता है कि छत्तीसगढ़ ने योजना के क्रियान्वयन में उल्लेखनीय प्रगति की है।
🗣️ स्वास्थ्य मंत्री का बयान
स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा:
“प्रदेश में आयुष्मान भारत योजना को सभी जिलों की समीक्षा बैठकों में प्रमुख एजेंडा बनाया गया है। हर माह जिलों के साथ योजना की समीक्षा की जाती है। नेशनल अवार्ड मिलना गौरव की बात है।”
📈 योजना का राष्ट्रीय प्रभाव
राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण की रिपोर्ट के अनुसार, आयुष्मान भारत योजना ने अब तक 45 करोड़ से अधिक नागरिकों को लाभ पहुंचाया है। यह योजना भारत की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना है, जो गरीब और कमजोर वर्गों को मुफ्त इलाज की सुविधा देती है।
🌐 योजना के चार स्तंभ:
- PM-JAY: कैशलेस इलाज की सुविधा।
- ABDM: डिजिटल हेल्थ मिशन।
- Health & Wellness Centres: प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं।
- Public Health Infrastructure: अस्पतालों का सशक्तीकरण।
📚 ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत 23 सितंबर 2018 को झारखंड के रांची से हुई थी। इसका उद्देश्य 12 करोड़ से अधिक गरीब परिवारों को मुफ्त सेकेंडरी और टर्शियरी हेल्थकेयर उपलब्ध कराना है।
📌 छत्तीसगढ़ की रणनीति अन्य राज्यों के लिए उदाहरण
छत्तीसगढ़ की कार्यप्रणाली अब अन्य राज्यों के लिए मॉडल बन रही है। पारदर्शिता, फील्ड ऑडिट, और क्लेम प्रोसेसिंग में सुधार जैसे कदमों को अन्य राज्यों में भी अपनाया जा रहा है।
❓ FAQs
Q1. आयुष्मान भारत योजना क्या है?
PM-JAY भारत सरकार की स्वास्थ्य बीमा योजना है, जो गरीब परिवारों को मुफ्त इलाज की सुविधा देती है।
Q2. छत्तीसगढ़ को यह पुरस्कार क्यों मिला?
राज्य ने योजना के क्रियान्वयन में पारदर्शिता, दक्षता और न्यूनतम लंबित क्लेम्स के लिए उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।
Q3. SAFU क्या है?
State Anti-Fraud Unit, जो संदिग्ध क्लेम्स की जांच और नियंत्रण के लिए गठित की गई है।
Q4. योजना का लाभ कैसे लिया जा सकता है?
आयुष्मान कार्ड बनवाकर किसी भी एपैनल्ड अस्पताल में कैशलेस इलाज प्राप्त किया जा सकता है।
🔚 निष्कर्ष
छत्तीसगढ़ ने आयुष्मान भारत योजना के क्रियान्वयन में उत्कृष्टता का प्रदर्शन कर राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त किया है। पारदर्शिता, त्वरित क्लेम प्रोसेसिंग और व्यापक ऑडिटिंग के माध्यम से राज्य ने स्वास्थ्य सेवाओं में एक नया मानदंड स्थापित किया है।
External Source: Patrika Report
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