अमेरिका की अदालत का ऐतिहासिक फैसला: जॉनसन एंड जॉनसन को 966 मिलियन डॉलर का जुर्माना
अमेरिका की एक अदालत ने फार्मा कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन को एक महिला की कैंसर से हुई मौत के मामले में दोषी ठहराते हुए 966 मिलियन डॉलर (लगभग ₹8000 करोड़) का जुर्माना देने का आदेश दिया है। यह फैसला कैलिफ़ोर्निया के लॉस एंजिल्स स्थित सुपीरियर कोर्ट की जूरी ने सुनाया, जिसमें कंपनी को मेसोथेलियोमा नामक कैंसर से पीड़ित महिला की मौत के लिए जिम्मेदार माना गया।
🧪 मेसोथेलियोमा क्या है?
मेसोथेलियोमा एक दुर्लभ प्रकार का कैंसर है, जो आमतौर पर एस्बेस्टस नामक जहरीले पदार्थ के संपर्क में आने से होता है।
- यह फेफड़ों की झिल्ली को प्रभावित करता है
- इसके लक्षणों में सांस लेने में तकलीफ, सीने में दर्द और वजन घटना शामिल हैं
- इलाज की प्रक्रिया जटिल और महंगी होती है
👩⚖️ पीड़िता का मामला: 88 वर्षीय महिला की मौत
इस केस में पीड़िता मे मूर नामक महिला थीं, जिनकी 2021 में 88 वर्ष की उम्र में मेसोथेलियोमा से मृत्यु हो गई। उनके परिवार ने आरोप लगाया कि मूर ने लगभग 80 वर्षों तक जॉनसन एंड जॉनसन का बेबी पाउडर और “शावर-टू-शावर” पाउडर इस्तेमाल किया, जिसमें एस्बेस्टस होने की आशंका जताई गई थी।
💰 जुर्माना और हर्जाना का विवरण
अदालत ने कंपनी को दो प्रकार के भुगतान करने का आदेश दिया:
- क्षतिपूर्ति हर्जाना: $16 मिलियन (₹133 करोड़)
- दंडात्मक हर्जाना: $950 मिलियन (₹7900 करोड़)
यह अब तक का सबसे बड़ा जुर्माना है जो किसी एक व्यक्ति के मामले में सुनाया गया है।
🏛️ कंपनी की प्रतिक्रिया और अपील की योजना
जॉनसन एंड जॉनसन के लीगल डिपार्टमेंट के वाइस प्रेसिडेंट एरिक हास ने इस फैसले को “असंवैधानिक और भयानक” बताया और कहा कि कंपनी इस फैसले के खिलाफ तुरंत अपील करेगी। उनका कहना है कि यह फैसला अन्य मामलों से अलग है, जिनमें कंपनी को दोषी नहीं पाया गया था।
📉 टैल्कम पाउडर विवाद: कंपनी पर चल रहे मुकदमे
यह मामला उस समय सामने आया है जब कंपनी पहले से ही टैल्कम पाउडर से जुड़े हजारों मुकदमों का सामना कर रही है।
- 2023 में कंपनी ने टैल्कम पाउडर को वैश्विक बाजार से हटा लिया
- अब तक कंपनी पर 70,000 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं
- इनमें से अधिकांश में ओवेरियन कैंसर और मेसोथेलियोमा का आरोप है
- कंपनी ने अब तक $3 बिलियन (₹25,000 करोड़) से अधिक का भुगतान किया है
📜 पिछली कानूनी कार्यवाहियाँ
- 2018 में 20 महिलाओं को $4.7 बिलियन का जुर्माना मिला था, जिसे बाद में घटाकर $2.1 बिलियन कर दिया गया
- 2024 में कंपनी ने 43 राज्यों के अटॉर्नी जनरल के साथ $700 मिलियन का समझौता किया
- कंपनी ने तीन बार दिवालियापन कानून का सहारा लिया, लेकिन अदालतों ने उसे खारिज कर दिया
🧾 जॉनसन एंड जॉनसन के उत्पादों पर सवाल
कंपनी के बेबी पाउडर और “शावर-टू-शावर” जैसे उत्पादों में एस्बेस्टस होने के आरोप लंबे समय से लगते रहे हैं।
- आंतरिक दस्तावेजों से पता चलता है कि कंपनी को 1970 के दशक से एस्बेस्टस की जानकारी थी
- इसके बावजूद, कंपनी ने उपभोक्ताओं को संभावित स्वास्थ्य जोखिमों के बारे में जानकारी नहीं दी
❓ अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
Q1. जॉनसन एंड जॉनसन पर कितने मुकदमे चल रहे हैं?
A. कंपनी पर 70,000 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं, जिनमें टैल्कम पाउडर से कैंसर होने का आरोप है।
Q2. मेसोथेलियोमा क्या है और यह कैसे होता है?
A. यह एक दुर्लभ कैंसर है जो एस्बेस्टस के संपर्क में आने से होता है।
Q3. क्या कंपनी ने टैल्कम पाउडर की बिक्री बंद कर दी है?
A. हां, कंपनी ने 2023 में वैश्विक स्तर पर टैल्कम पाउडर की बिक्री बंद कर दी थी।
Q4. क्या कंपनी ने पहले भी जुर्माना भरा है?
A. हां, कंपनी ने अब तक $3 बिलियन से अधिक का भुगतान किया है।
🔚 निष्कर्ष
जॉनसन एंड जॉनसन को अमेरिकी अदालत द्वारा सुनाया गया ₹8000 करोड़ का जुर्माना न केवल एक कानूनी मिसाल है, बल्कि उपभोक्ता सुरक्षा और कॉर्पोरेट जवाबदेही पर भी गंभीर सवाल उठाता है। यह मामला दिखाता है कि लंबे समय तक उपयोग किए गए उत्पादों के प्रभाव को नजरअंदाज करना कितना खतरनाक हो सकता है
External Source: Patrika Report
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