दिल्ली पुलिस ने राजधानी में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए 25 लोगों को हिरासत में लिया है। इनमें महिलाएं और पुरुष दोनों शामिल हैं। पुलिस ने इन सभी के खिलाफ कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी है और इन्हें जल्द ही बांग्लादेश वापस भेजा जाएगा।
🚨 कार्रवाई की पृष्ठभूमि: कैसे शुरू हुई जांच?
दिल्ली पुलिस को महिपालपुर इलाके में कुछ संदिग्ध प्रवासियों के बारे में गुप्त सूचना मिली थी। सूचना के आधार पर पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए इलाके में तलाशी अभियान चलाया।
- संदिग्धों से पहचान पत्र मांगे गए
- पूछताछ के दौरान कोई वैध दस्तावेज़ नहीं मिले
- सभी ने स्वीकार किया कि वे बांग्लादेशी नागरिक हैं
- वीज़ा की अवधि समाप्त हो चुकी थी
पुलिस ने इन सभी को हिरासत में लेकर विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (FRRO) के सहयोग से निर्वासन की प्रक्रिया शुरू कर दी।
👮♀️ गिरफ्तार किए गए नागरिकों की प्रोफाइल
दक्षिण-पूर्व जिले की अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त ऐश्वर्या शर्मा ने बताया कि गिरफ्तार किए गए 25 लोगों में:
- 👩🦰 13 महिलाएं
- 👨🦱 12 पुरुष
ये सभी एक मोबाइल ऐप के माध्यम से बांग्लादेश में लोगों से संपर्क कर रहे थे और दिल्ली में अवैध रूप से रह रहे थे।
🌍 पहले भी हुई थी ऐसी कार्रवाई
इससे पहले भी दिल्ली पुलिस ने दो अवैध बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया था:
- शिशिर ह्यूबर्ट रोज़ारियो (35 वर्ष) – गाजीपुर जिले के धनुन गांव से
- मोहम्मद तौहीदुर रहमान (33 वर्ष) – कॉक्स बाजार के खोंडोकर पारा गांव से
ये दोनों 2014 से भारत में रह रहे थे और उनके पास कोई वैध दस्तावेज़ नहीं थे। [Read Also: भारत में अवैध प्रवासियों पर बढ़ती निगरानी]
📱 तकनीक का उपयोग: ऐप के ज़रिए संपर्क
पुलिस जांच में यह सामने आया कि गिरफ्तार किए गए नागरिक एक ऐप के माध्यम से बांग्लादेश में लोगों से संपर्क कर रहे थे। यह ऐप उन्हें भारत में रहने और काम ढूंढने में मदद करता था।
- ऐप के ज़रिए आवास की तलाश
- नकली पहचान पत्र बनवाने की कोशिश
- स्थानीय नेटवर्क से जुड़ने की रणनीति
यह मामला भारत में अवैध प्रवासियों द्वारा तकनीक के दुरुपयोग की ओर इशारा करता है।
🧾 कानूनी प्रक्रिया और निर्वासन
गिरफ्तार किए गए सभी नागरिकों के खिलाफ निम्नलिखित कानूनी कदम उठाए गए हैं:
- पहचान की पुष्टि और दस्तावेज़ों की जांच
- FRRO के माध्यम से निर्वासन की प्रक्रिया
- संबंधित दूतावासों को सूचना
- भारत छोड़ने के आदेश जारी
दिल्ली पुलिस ने स्पष्ट किया है कि इन नागरिकों को भारत में रहने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
📍 दिल्ली में अवैध प्रवासियों की स्थिति
दिल्ली जैसे महानगरों में अवैध प्रवासियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इसके पीछे कई कारण हैं:
- सीमावर्ती राज्यों से आसान प्रवेश
- काम की तलाश में प्रवास
- पहचान छिपाने के लिए नकली दस्तावेज़
सरकारी एजेंसियां अब इन मामलों पर सख्ती से नजर रख रही हैं। [Read Also: भारत में अवैध प्रवासियों की चुनौतियाँ और समाधान]
📊 आंकड़ों में अवैध प्रवास
भारत में अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों की संख्या पर कोई सटीक आंकड़ा नहीं है, लेकिन अनुमानित रूप से लाखों लोग बिना वैध दस्तावेजों के रह रहे हैं।
- बांग्लादेशी नागरिकों की संख्या सबसे अधिक
- दिल्ली, मुंबई, कोलकाता जैसे शहरों में इनकी मौजूदगी
- सुरक्षा एजेंसियों की बढ़ती निगरानी
🛂 FRRO की भूमिका
विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (FRRO) भारत में विदेशी नागरिकों की निगरानी और पंजीकरण का कार्य करता है। FRRO की जिम्मेदारियां:
- विदेशी नागरिकों का पंजीकरण
- वीज़ा विस्तार और वैधता की जांच
- निर्वासन की प्रक्रिया में सहयोग
इस मामले में FRRO ने दिल्ली पुलिस को कानूनी प्रक्रिया पूरी करने में मदद की।
📢 पुलिस की अपील
दिल्ली पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे:
- किसी भी संदिग्ध व्यक्ति की सूचना दें
- पहचान पत्र की जांच करें
- अवैध गतिविधियों से दूर रहें
पुलिस का कहना है कि दिल्ली को सुरक्षित रखने के लिए नागरिकों का सहयोग आवश्यक है।
❓ FAQs
प्रश्न 1: दिल्ली पुलिस ने कितने बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है? उत्तर: कुल 25 नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें 13 महिलाएं और 12 पुरुष शामिल हैं।
प्रश्न 2: क्या ये सभी नागरिक वैध दस्तावेज़ रखते थे? उत्तर: नहीं, इनमें से किसी के पास वैध दस्तावेज़ नहीं थे।
प्रश्न 3: क्या इन्हें भारत में रहने की अनुमति दी जाएगी? उत्तर: नहीं, सभी को बांग्लादेश वापस भेजा जाएगा।
प्रश्न 4: FRRO क्या है और इसकी भूमिका क्या है? उत्तर: FRRO विदेशी नागरिकों की निगरानी और पंजीकरण करता है और निर्वासन की प्रक्रिया में सहयोग करता है।
प्रश्न 5: क्या पहले भी ऐसे मामले सामने आए हैं? उत्तर: हां, इससे पहले भी दिल्ली पुलिस ने दो बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया था।
🔚 निष्कर्ष
दिल्ली पुलिस की यह कार्रवाई राजधानी में अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों के खिलाफ सख्त रुख को दर्शाती है। तकनीक के माध्यम से अवैध प्रवासियों की गतिविधियों पर नजर रखना अब और भी जरूरी हो गया है। FRRO और पुलिस के संयुक्त प्रयास से ऐसे मामलों में तेजी से कार्रवाई की जा रही है।
External Source: Patrika Report
अगर आपको यह लेख उपयोगी लगा हो, तो इसे शेयर करें और दूसरों को भी जागरूक करें। NEWSWELL24.COM पर हम ऐसे ही जरूरी और भरोसेमंद जानकारी लाते रहते हैं।