सोशल मीडिया पर नकली पहचान से महिलाओं को फंसाने वाला आरोपी गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने एक ऐसे शातिर अपराधी को गिरफ्तार किया है, जो सोशल मीडिया पर महिलाओं की अश्लील तस्वीरें लेकर उन्हें ब्लैकमेल करता था। आरोपी के मोबाइल से सैकड़ों महिलाओं की निजी तस्वीरें बरामद हुई हैं।
📌 गिरफ्तारी की पृष्ठभूमि: एक महिला की शिकायत से खुला मामला
21 सितंबर को दिल्ली के पश्चिमी जिले की साइबर पुलिस थाने में एक महिला ने शिकायत दर्ज कराई थी। महिला ने बताया कि एक अज्ञात व्यक्ति ने फेसबुक और वॉट्सऐप पर फर्जी पहचान से उससे संपर्क किया। कुछ दिनों की बातचीत के बाद आरोपी ने महिला को निजी तस्वीरें और वीडियो भेजने के लिए उकसाया। जब महिला ने सामग्री साझा की, तो आरोपी ने उसे वायरल करने की धमकी देकर पैसे मांगने शुरू कर दिए।
महिला के बयान के अनुसार:
- “मेरी बात मानो वरना तुम्हारी तस्वीरें वायरल कर दूंगा।”
- डर के कारण महिला ने आरोपी को पैसे भेजे, लेकिन मांगें बढ़ती रहीं।
🕵️♀️ साइबर सेल की जांच: डिजिटल सबूतों से आरोपी तक पहुंच
दिल्ली पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की धारा 308(2) और 351(4) के तहत मामला दर्ज किया। जांच में निम्नलिखित डिजिटल ट्रेल्स का विश्लेषण किया गया:
- 📱 फोन नंबर और सब्सक्राइबर डिटेल्स
- 💸 UPI और Google Pay ट्रांजैक्शन
- 🌐 IP एड्रेस और लोकेशन डेटा
इन सबूतों के आधार पर पुलिस को आरोपी की लोकेशन लखनऊ में मिली। इसके बाद दिल्ली पुलिस की टीम ने स्थानीय पुलिस की मदद से आरोपी को गिरफ्तार किया।
👤 आरोपी की पहचान और गिरफ्तारी
गिरफ्तार आरोपी की पहचान मनोज वर्मा, पुत्र इंद्र बहादुर वर्मा, निवासी लखनऊ, उत्तर प्रदेश के रूप में हुई। गिरफ्तारी के समय उसके पास से एक टेक्नो KL8 मोबाइल फोन बरामद हुआ, जिसमें:
- कई फर्जी फेसबुक प्रोफाइल
- वॉट्सऐप चैट्स
- सैकड़ों महिलाओं की अश्लील तस्वीरें और वीडियो
पुलिस के अनुसार, यही सामग्री वह ब्लैकमेलिंग के लिए इस्तेमाल करता था।
💻 सोशल मीडिया पर जाल बिछाने की रणनीति
मनोज वर्मा सोशल मीडिया पर महिला की तस्वीरों का उपयोग कर फर्जी प्रोफाइल बनाता था। इसके बाद वह अन्य महिलाओं को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजता और महिला की तरह बातचीत करता।
🚨 ब्लैकमेलिंग का तरीका:
- महिला की तरह बात करके विश्वास जीतना
- निजी तस्वीरें और वीडियो मांगना
- सामग्री मिलने पर धमकी देकर पैसे ऐंठना
- पहले से मिली तस्वीरों से नए फर्जी अकाउंट बनाना
- लगातार दबाव बनाकर और पैसे मांगना
📣 दिल्ली पुलिस की अपील
दिल्ली पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे सोशल मीडिया पर किसी अनजान व्यक्ति से निजी जानकारी साझा न करें। यदि कोई व्यक्ति ब्लैकमेल करता है या धमकी देता है, तो तुरंत साइबर हेल्पलाइन 1930 या नजदीकी साइबर थाने से संपर्क करें
🌐 साइबर अपराध की बढ़ती चुनौती
भारत में साइबर अपराधों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। विशेष रूप से महिलाओं को निशाना बनाकर ब्लैकमेलिंग, मॉर्फिंग और फर्जी प्रोफाइल के मामले सामने आ रहे हैं। दिल्ली पुलिस की साइबर सेल, IFSO यूनिट इन मामलों की जांच करती है और डिजिटल फॉरेंसिक तकनीकों का उपयोग करती है।
📊 आंकड़ों में साइबर अपराध
- 2024 में दिल्ली में साइबर अपराध के 12,000 से अधिक मामले दर्ज हुए
- इनमें से 40% मामले महिलाओं से जुड़े थे
- सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फर्जी प्रोफाइल के मामले सबसे अधिक
❓ FAQs
Q1. क्या सोशल मीडिया पर किसी अनजान व्यक्ति से बात करना सुरक्षित है?
A1. नहीं, अनजान व्यक्ति से निजी जानकारी साझा करना जोखिम भरा हो सकता है।
Q2. साइबर ब्लैकमेलिंग की शिकायत कहां करें?
A2. साइबर हेल्पलाइन 1930 पर कॉल करें या नजदीकी साइबर थाने में संपर्क करें।
Q3. क्या दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ऑनलाइन शिकायत लेती है?
A3. हां, आप https://cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज कर सकते हैं।
🔚 निष्कर्ष
दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने एक बड़े साइबर अपराधी को गिरफ्तार कर महिलाओं को ब्लैकमेलिंग से राहत दिलाई है। यह मामला सोशल मीडिया पर सतर्क रहने की आवश्यकता को दर्शाता है। नागरिकों को चाहिए कि वे डिजिटल प्लेटफॉर्म पर सतर्कता बरतें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत रिपोर्ट करें।
External Source: Patrika Report
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