दिल्ली के श्री शारदा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन मैनेजमेंट में यौन उत्पीड़न का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें 17 छात्राओं ने आध्यात्मिक गुरु चैतन्यानंद सरस्वती उर्फ पार्थ सारथी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। यह मामला राजधानी के शैक्षणिक माहौल को झकझोर देने वाला है।
🚨 मामला कैसे सामने आया?
श्री शारदा इंस्टीट्यूट, जो वसंत कुंज स्थित एक प्रतिष्ठित मैनेजमेंट संस्थान है, वहां पीजीडीएम कोर्स कर रही छात्राओं ने संस्थान से जुड़े आध्यात्मिक गुरु पर यौन उत्पीड़न, अश्लील भाषा और अवांछनीय शारीरिक संपर्क के आरोप लगाए हैं।
- शिकायतकर्ता: संस्थान के प्रशासक पीए मुरली
- आरोपी: स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती उर्फ पार्थ सारथी
- दर्ज धाराएं: BNS की धारा 75(2), 79, 351(2)
- पीड़ित वर्ग: आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) की छात्राएं
👩🎓 छात्राओं की आपबीती
पुलिस ने इस मामले में 32 छात्राओं के बयान दर्ज किए हैं, जिनमें से 17 ने प्रत्यक्ष रूप से यौन उत्पीड़न की पुष्टि की है।
छात्राओं के अनुसार:
- आरोपी उन्हें अश्लील व्हाट्सऐप संदेश भेजता था
- अभद्र भाषा का प्रयोग करता था
- शारीरिक संपर्क बनाने की कोशिश करता था
- संस्थान की महिला फैकल्टी और स्टाफ उनपर दबाव बनाते थे कि वे स्वामी की बात मानें
🏛️ संस्थान की भूमिका पर सवाल
छात्राओं ने यह भी आरोप लगाया कि संस्थान की कुछ महिला फैकल्टी और प्रशासनिक कर्मचारी स्वामी चैतन्यानंद के पक्ष में काम कर रहे थे।
- कुछ वार्डन ने छात्राओं को स्वामी से मिलवाया
- प्रशासनिक दबाव के तहत छात्राओं को चुप रहने को कहा गया
- संस्थान ने पहले मामले को दबाने की कोशिश की
🚓 पुलिस जांच की स्थिति
दिल्ली पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी है।
- पुलिस ने CCTV फुटेज खंगाले
- संस्थान से जब्त सामग्री को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया
- आरोपी फिलहाल फरार है
- आखिरी बार आगरा के पास देखा गया
- आरोपी की कार पर फर्जी राजनयिक नंबर प्लेट (39 UN 1) मिली है
🧘 आध्यात्मिक संस्था ने तोड़ा संबंध
स्वामी चैतन्यानंद जिस आध्यात्मिक संस्था से जुड़े थे, उसने उनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए सभी संबंध समाप्त कर दिए हैं।
- संस्था: दक्षिणाम्नाय श्री शारदा पीठ, श्रृंगेरी
- बयान: “उनकी गतिविधियां अवैध, अनुचित और संस्था के मूल्यों के खिलाफ हैं”
📚 पृष्ठभूमि: श्री शारदा इंस्टीट्यूट और EWS स्कॉलरशिप
श्री शारदा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन मैनेजमेंट दिल्ली का एक प्रमुख संस्थान है, जो मैनेजमेंट डिप्लोमा कोर्स प्रदान करता है।
- PGDM कोर्स में EWS स्कॉलरशिप के तहत छात्राएं प्रवेश लेती हैं
- संस्थान की छवि अब सवालों के घेरे में
- छात्राओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएं
📌 मुख्य बिंदु: यौन उत्पीड़न के आरोप
- 17 छात्राओं ने प्रत्यक्ष उत्पीड़न की पुष्टि की
- आरोपी ने EWS वर्ग की छात्राओं को निशाना बनाया
- संस्थान के स्टाफ पर दबाव बनाने का आरोप
- आरोपी फरार, पुलिस की टीमें तलाश में
- आध्यात्मिक संस्था ने आरोपी से संबंध तोड़े
🔍 विशेषज्ञों की राय
मानवाधिकार कार्यकर्ताओं और महिला सुरक्षा विशेषज्ञों ने इस मामले को लेकर चिंता जताई है।
- “शैक्षणिक संस्थानों में इस तरह की घटनाएं बेहद चिंताजनक हैं”
- “छात्राओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना संस्थान की प्राथमिक जिम्मेदारी है”
- “आरोपी को जल्द गिरफ्तार कर न्याय दिलाना जरूरी है”
🌐 External Sources
- https://www.patrika.com/
❓ FAQs
Q1. श्री शारदा इंस्टीट्यूट में यौन उत्पीड़न का मामला कब सामने आया? सितंबर 2025 में 17 छात्राओं ने आध्यात्मिक गुरु पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए।
Q2. आरोपी कौन है और क्या भूमिका निभा रहा था? स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती उर्फ पार्थ सारथी, संस्थान के निदेशक थे।
Q3. पुलिस ने क्या कार्रवाई की है? पुलिस ने 32 छात्राओं के बयान दर्ज किए, आरोपी की तलाश जारी है।
Q4. क्या संस्थान ने कोई आंतरिक जांच शुरू की है? संस्थान ने आरोपी को पद से हटाया और आध्यात्मिक संस्था ने सभी संबंध समाप्त किए।
Q5. क्या यह मामला शिक्षा मंत्रालय के संज्ञान में आया है? फिलहाल इसकी पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन मामला गंभीर होने के कारण उच्च स्तर पर पहुंचने की संभावना है।
🧾 निष्कर्ष
दिल्ली के श्री शारदा मैनेजमेंट संस्थान में यौन उत्पीड़न का यह मामला न केवल शैक्षणिक संस्थानों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाता है, बल्कि यह दर्शाता है कि कैसे आध्यात्मिक और प्रशासनिक शक्तियों का दुरुपयोग छात्राओं के भविष्य को प्रभावित कर सकता है। पुलिस जांच जारी है और आरोपी की गिरफ्तारी के बाद ही मामले की पूरी सच्चाई सामने आ सकेगी।
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