शुरुआती जानकारी: बरेली पुलिस की बड़ी सफलता
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बॉलीवुड एक्ट्रेस दिशा पाटनी (Disha Patani) के सिविल लाइंस स्थित घर पर हुई फायरिंग कांड में बरेली पुलिस को आखिरकार बड़ी सफलता मिल गई है। शुक्रवार शाम शाही थाना क्षेत्र के दुनका–बिहारीपुर रोड पर किच्छा नदी पुल के पास पुलिस और बदमाशों के बीच हुई मुठभेड़ में कुख्यात अपराधी रामनिवास उर्फ दीपक उर्फ दीपू (25 हजार का इनामी) घायल होकर गिरफ्तार हुआ।
पुलिस टीम ने मौके से पिस्तौल, कारतूस और बाइक बरामद की। पूछताछ में आरोपी ने दिशा पाटनी के घर फायरिंग की घटना में शामिल होने की बात स्वीकार की।
🚨 मुठभेड़ का घटनाक्रम
- घटना शुक्रवार शाम की है।
- शाही थाना क्षेत्र के दुनका–बिहारीपुर रोड पर किच्छा नदी पुल के पास पुलिस ने घेराबंदी की।
- मुठभेड़ के दौरान रामनिवास गोली लगने से घायल हुआ।
- पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर इलाज के लिए अस्पताल भेजा।
पुलिस टीम में एसओजी इंचार्ज सुनील शर्मा, दरोगा और अन्य सिपाही शामिल थे। सभी ने बहादुरी दिखाते हुए अपराधियों को दबोचने में सफलता हासिल की।
🔫 बरामद हथियार और कारतूस
बरेली पुलिस ने मौके से कई महत्वपूर्ण सामान बरामद किए, जिनका इस्तेमाल फायरिंग और रेकी में किया गया था।
- 32 बोर की पिस्तौल
- 4 जिंदा कारतूस
- 4 खोखे
- एक स्प्लेंडर बाइक (बिना नंबर की)
- 315 बोर का तमंचा
ये सभी बरामदगी इस बात की पुष्टि करती है कि गिरोह संगठित तरीके से काम कर रहा था।
🧾 आरोपी की कबूलनामाः “अब यूपी में कदम नहीं रखूंगा”
गिरफ्तारी के बाद आरोपी रामनिवास ने पूछताछ में बताया कि वह दिशा पाटनी के घर फायरिंग की टीम का हिस्सा था। उसने कबूल किया कि वारदात के बाद से वह फरार था।
उसने दहशत में कहा –
“अब मैं कभी यूपी में कदम नहीं रखूंगा, क्योंकि यहां बाबा की पुलिस के सामने कोई टिक नहीं सकता।”
इस बयान ने पुलिस की सख्ती और गिरोह की असली नीयत दोनों को उजागर कर दिया।
👤 रेकी करने वाला आरोपी भी दबोचा गया
मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने एक और आरोपी अनिल पुत्र सतीश, निवासी सोनीपत (हरियाणा) को भी गिरफ्तार किया।
- उसके पास से 315 बोर का तमंचा, कारतूस और बाइक बरामद हुई।
- यही बाइक दिशा पाटनी के घर की रेकी में इस्तेमाल की गई थी।
पुलिस जांच में सामने आया कि यह गिरोह कई राज्यों में फैला है। रामनिवास राजस्थान के अजमेर जिले के बियावर का रहने वाला है, जबकि अनिल हरियाणा के सोनीपत का निवासी है।
🌐 गिरोह का नेटवर्क: कई राज्यों में फैला जाल
जांच में पता चला कि यह गिरोह सेलेब्रिटी और बड़े लोगों के घर फायरिंग कर दहशत फैलाने की कोशिश कर रहा था।
- राजस्थान (अजमेर) से रामनिवास का कनेक्शन
- हरियाणा (सोनीपत) से अनिल की भूमिका
- गाजियाबाद और दिल्ली में पहले ही कई साथी पकड़े गए
यह पूरा नेटवर्क पेशेवर अपराधियों का है, जिनका मकसद दहशत के जरिए वसूली और धमकी देना बताया जा रहा है।
🏙️ गाजियाबाद और दिल्ली में पहले हुई कार्रवाई
- गाजियाबाद में एसटीएफ ने मुठभेड़ में शूटर रविंद्र और अरुण को ढेर कर दिया था।
- दिल्ली पुलिस ने नकुल और विजय को गिरफ्तार किया था।
- अब बरेली पुलिस की कार्रवाई से इस पूरे नेटवर्क का बड़ा हिस्सा सामने आ चुका है।
एसएसपी अनुराग आर्य ने कहा –
“दिशा पाटनी के घर पर फायरिंग की साजिश में शामिल एक-एक आरोपी पुलिस की गिरफ्त में आ रहा है। गाजियाबाद और दिल्ली के बाद बरेली पुलिस ने भी बड़ी सफलता हासिल की है।”
🎬 सेलेब्रिटी सुरक्षा पर उठते सवाल
इस घटना ने एक बार फिर सेलेब्रिटी सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है। हाल के वर्षों में कई बॉलीवुड कलाकारों और बड़े बिजनेसमैन को धमकी भरे कॉल और हमलों का सामना करना पड़ा है।
- सलमान खान को गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ग्रुप से धमकियां मिलीं।
- सोनू सूद और अक्षय कुमार को भी सुरक्षा देने की मांग उठी।
- अब दिशा पाटनी के घर फायरिंग से एक बार फिर सुरक्षा पर सवाल खड़े हो गए हैं।
📌 पुलिस की सख्ती का संदेश
बरेली पुलिस की इस कार्रवाई ने अपराधियों को स्पष्ट संदेश दिया है कि यूपी में कानून के खिलाफ काम करने वालों के लिए कोई जगह नहीं है।
- एसटीएफ और स्थानीय पुलिस लगातार गिरोह पर नजर रख रही है।
- अन्य राज्यों से समन्वय कर अपराधियों के ठिकाने खंगाले जा रहे हैं।
- पुलिस ने जनता से अपील की है कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत दें।
📊 घटनाओं की टाइमलाइन (Disha Patani Firing Case)
- सितंबर 2025 – दिशा पाटनी के बरेली स्थित घर पर फायरिंग।
- कुछ दिन बाद – दिल्ली पुलिस ने नकुल और विजय को पकड़ा।
- गाजियाबाद एनकाउंटर – रविंद्र और अरुण ढेर।
- 19 सितंबर 2025 – बरेली मुठभेड़, रामनिवास और अनिल गिरफ्तार।
❓अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
Q1. दिशा पाटनी के घर पर फायरिंग कब हुई थी?
फायरिंग सितंबर 2025 की शुरुआत में हुई थी, जब कुछ बदमाशों ने उनके बरेली स्थित घर पर गोलियां चलाई थीं।
Q2. गिरफ्तार अपराधी कौन-कौन हैं?
25 हजार का इनामी रामनिवास उर्फ दीपक उर्फ दीपू (राजस्थान) और उसका साथी अनिल (हरियाणा) को पुलिस ने पकड़ा है।
Q3. पुलिस ने क्या-क्या बरामद किया?
पुलिस ने पिस्तौल, कारतूस, खोखे और बिना नंबर की स्प्लेंडर बाइक बरामद की है।
Q4. गिरोह का नेटवर्क किन-किन राज्यों में फैला है?
इस गिरोह के तार राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश से जुड़े हैं।
Q5. क्या यह गिरोह अन्य सेलेब्रिटी को भी टारगेट कर रहा था?
जांच में पता चला है कि यह गिरोह संगठित तरीके से सेलेब्रिटी और हाई-प्रोफाइल लोगों को निशाना बना रहा था।
🔎 निष्कर्ष
बरेली पुलिस की त्वरित और साहसी कार्रवाई ने दिशा पाटनी फायरिंग केस की गुत्थी को सुलझाने में बड़ी भूमिका निभाई है। गाजियाबाद और दिल्ली की घटनाओं के बाद अब बरेली से दो मुख्य आरोपी गिरफ्तार होने से इस नेटवर्क का बड़ा हिस्सा उजागर हो चुका है।
पुलिस की यह सफलता न केवल अपराधियों के लिए चेतावनी है बल्कि सेलेब्रिटी और आम जनता दोनों के लिए सुरक्षा का भरोसा भी है।
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