मौसम की मार ने ली दो मासूमों की जान, यूपी में बारिश से बिगड़ते हालात
सीतापुर/उत्तर प्रदेश:
उत्तर प्रदेश में लगातार हो रही मूसलधार बारिश अब लोगों के लिए कहर बनती जा रही है। एक दिल दहला देने वाला मामला सीतापुर जिले से सामने आया है, जहां तेज बारिश के चलते कच्ची दीवार गिर गई और उसकी चपेट में आने से दो मासूम बहनों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। ये दोनों बच्चियां अपने नाना के साथ सो रही थीं। इस हादसे में उनके नाना गंभीर रूप से घायल हो गए हैं।
इस हृदयविदारक घटना पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने त्वरित संज्ञान लेते हुए अधिकारियों को तुरंत राहत कार्यों में तेजी लाने का निर्देश दिया है। साथ ही, घायलों के समुचित इलाज की व्यवस्था सुनिश्चित करने के भी आदेश जारी किए गए हैं।
घटना का विवरण: कैसे हुआ हादसा?
यह दर्दनाक हादसा सीतापुर जनपद के सिधौली कोतवाली क्षेत्र के गांव खैरनदेशपुर में घटित हुआ। जानकारी के अनुसार, यहां रहने वाले प्रमोद रावत के घर की कच्ची दीवार रविवार देर रात तेज बारिश के कारण अचानक ढह गई। इस दीवार के मलबे के नीचे उसकी दो बेटियां – 14 वर्षीय शीतल और 12 वर्षीय शिवांशी – दब गईं।
दोनों मासूम बच्चियां उस वक्त अपने नाना राजाराज के साथ सो रही थीं। अचानक दीवार इतनी तेजी से गिरी कि उन्हें संभलने का भी समय नहीं मिला। इस दर्दनाक हादसे में दोनों बच्चियों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया, जबकि उनके नाना गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें फौरन इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया।
मुख्यमंत्री योगी का संज्ञान और संवेदनाएं
घटना की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गहरा शोक जताते हुए जिलाधिकारी और पुलिस प्रशासन को निर्देश दिया कि वे तुरंत मौके पर जाकर पीड़ित परिवार को हरसंभव सहायता उपलब्ध कराएं।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि प्रशासन राहत और बचाव कार्यों को तुरंत गति दे, साथ ही घायल नाना के इलाज की पूरी और प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। इसके अलावा, उन्होंने हादसे में जान गंवाने वाली बच्चियों के परिवारजनों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट की।
यूपी में बारिश और बाढ़ का कहर – 17 जिले प्रभावित
उत्तर प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश ने कई जिलों को अपनी चपेट में ले लिया है। गंगा और यमुना नदी के जलस्तर में वृद्धि के चलते 17 जिले बाढ़ की स्थिति से जूझ रहे हैं। कई गांव जलमग्न हो गए हैं और जगह-जगह दीवार गिरने, मकान ढहने और सड़क हादसों की खबरें सामने आ रही हैं।
राज्य के आपदा प्रबंधन विभाग ने भी अलर्ट जारी कर लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है। प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी हैं।
बारिश के दौरान बरतें ये सावधानियां
मौसम विभाग और प्रशासन ने आम जनता को बारिश के मौसम में निम्नलिखित सावधानियां बरतने की अपील की है:
- कच्चे मकानों और दीवारों से दूर रहें, विशेषकर भारी बारिश के दौरान।
- पेड़ों के नीचे खड़े होने से बचें, तेज हवाओं और बारिश में पेड़ गिरने की आशंका रहती है।
- जरूरी न हो तो यात्रा से परहेज करें, क्योंकि फिसलन और जलभराव से हादसे का खतरा बढ़ जाता है।
- बिजली उपकरणों से सतर्क रहें, गीले हाथों से स्विच या वायर न छुएं।
- बच्चों को अकेला न छोड़ें, खासकर रात के समय जब खतरा अधिक होता है।
निष्कर्ष: प्रकृति के आगे बेबस इंसान, लेकिन सतर्कता है बचाव
इस घटना ने एक बार फिर यह साफ कर दिया है कि कच्चे मकानों में रह रहे लोगों के लिए मानसून किसी संकट से कम नहीं। सरकार को ऐसे परिवारों के पुनर्वास पर विशेष ध्यान देना होगा। साथ ही, आम नागरिकों को भी इस मौसम में अतिरिक्त सतर्कता बरतनी चाहिए, क्योंकि एक छोटी सी चूक बड़े हादसे को जन्म दे सकती है।