बिहार चुनाव में NDA की सीट बंटवारे पर उठे सवाल
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के भीतर सीट बंटवारे को लेकर कई सहयोगी दलों ने नाराजगी जताई है। कुछ दलों को अपेक्षा से कम सीटें मिलीं, जबकि कुछ को एक भी सीट नहीं दी गई। इस मुद्दे पर उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री धर्मवीर प्रजापति ने स्पष्ट किया कि NDA में कोई गंभीर मतभेद नहीं है।
“यदि कोई छोटी-मोटी समस्या है, तो उसे शीर्ष नेतृत्व के साथ मिलकर सुलझा लिया जाएगा। यह कोई बड़ा मुद्दा नहीं है,” — धर्मवीर प्रजापति ने IANS से बातचीत में कहा।
🤝 NDA में सहयोगी दलों की स्थिति
बिहार चुनाव में NDA के प्रमुख घटक दल भारतीय जनता पार्टी (BJP) और जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने 101-101 सीटों पर चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है। वहीं, चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को सीमित सीटें दी गईं, जिससे असंतोष की स्थिति बनी।
सहयोगी दलों की नाराजगी के कारण:
- सीटों का असमान वितरण
- क्षेत्रीय दलों को नजरअंदाज किया जाना
- गठबंधन में संवाद की कमी
👥 ओम प्रकाश राजभर के बयान पर प्रतिक्रिया
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने बिहार चुनाव अकेले लड़ने की घोषणा की है। इस पर प्रजापति ने कहा:
“उत्तर प्रदेश में हमारा गठबंधन है और हम उसे निभा रहे हैं। बिहार में हमारा कोई गठबंधन नहीं है।”
यह बयान NDA की राज्यवार रणनीति को स्पष्ट करता है, जहां गठबंधन की स्थिति भिन्न हो सकती है।
🧕 बुर्का जांच पर सपा के आरोपों का जवाब
समाजवादी पार्टी (सपा) ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर बुर्का पहनने वाली महिलाओं की जांच को भेदभावपूर्ण बताया। इस पर धर्मवीर प्रजापति ने कहा:
“महिला अधिकारी ही जांच करेंगी और पहचान सुनिश्चित करेंगी। इसमें कोई भेदभाव नहीं है। सपा की मंशा कुछ और है।”
उन्होंने यह भी कहा कि वोट डालते समय पहचान में कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए और चुनाव आयोग के निर्देशों का पालन आवश्यक है
🔥 ममता बनर्जी के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया
पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में हुए रेप मामले पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बयान को लेकर प्रजापति ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा:
“एक महिला मुख्यमंत्री होकर ऐसा गैर-जिम्मेदाराना बयान देना निंदनीय है। यदि पश्चिम बंगाल में सख्ती होती, तो ऐसी घटनाएं नहीं होतीं।”
उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की महिला सुरक्षा नीति की सराहना करते हुए कहा कि जनता ऐसे बयानों का जवाब आने वाले समय में देगी।
📅 बिहार चुनाव की समयरेखा
बिहार विधानसभा चुनाव दो चरणों में आयोजित किए जाएंगे:
- पहला चरण: 6 नवंबर 2025
- दूसरा चरण: 11 नवंबर 2025
- परिणाम घोषणा: 14 नवंबर 2025
भाजपा और जदयू ने अपनी पहली उम्मीदवार सूची जारी कर दी है। वहीं महागठबंधन में सीट शेयरिंग का फॉर्मूला अभी तय नहीं हुआ है।
📊 NDA की चुनावी रणनीति और चुनौतियाँ
प्रमुख रणनीतियाँ:
- जातीय समीकरणों का संतुलन
- महिला सुरक्षा को मुद्दा बनाना
- विपक्ष के आरोपों का जवाब देना
चुनौतियाँ:
- सहयोगी दलों की नाराजगी
- विपक्ष की एकजुटता
- स्थानीय मुद्दों की अनदेखी
❓ अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
Q1. क्या बिहार चुनाव में NDA में सीट बंटवारे को लेकर विवाद है?
हाँ, कुछ सहयोगी दलों ने सीटों के असमान वितरण पर नाराजगी जताई है।
Q2. धर्मवीर प्रजापति ने इस विवाद पर क्या कहा?
उन्होंने कहा कि NDA में सबकुछ ठीक है और छोटी-मोटी समस्याओं को सुलझा लिया जाएगा।
Q3. क्या ओम प्रकाश राजभर NDA से अलग हो गए हैं?
उत्तर प्रदेश में वे NDA के सहयोगी हैं, लेकिन बिहार में उनका कोई गठबंधन नहीं है।
Q4. बुर्का जांच पर सपा के आरोपों का क्या जवाब मिला?
प्रजापति ने कहा कि महिला अधिकारी जांच करेंगी और इसमें कोई भेदभाव नहीं है।
Q5. बिहार चुनाव की तारीखें क्या हैं?
6 और 11 नवंबर को मतदान होगा, जबकि 14 नवंबर को परिणाम घोषित किए जाएंगे।
🔚 निष्कर्ष
धर्मवीर प्रजापति के बयान से स्पष्ट होता है कि NDA में सीट बंटवारे को लेकर कोई गंभीर संकट नहीं है। हालांकि, सहयोगी दलों की नाराजगी को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। चुनावी माहौल में ऐसे बयान गठबंधन की एकता को दर्शाने का प्रयास हैं।
External Source: Patrika Report
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