महाकाल मंदिर में कैशलेस सुविधा शुरू, 8 अक्टूबर से बदलेगा आरती का समय

श्री महाकालेश्वर मंदिर में डिजिटल युग की शुरुआत

उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर ने श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। अब भक्तगण मंदिर परिसर में कैशलेस भुगतान के माध्यम से दान और प्रसाद प्राप्त कर सकेंगे। यह व्यवस्था 8 अक्टूबर से लागू की जा रही है, साथ ही तीन प्रमुख आरतियों के समय में भी बदलाव किया गया है।

💳 कैशलेस भुगतान से भक्तों को राहत

श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति ने मंदिर परिसर में QR कोड आधारित डिजिटल भुगतान प्रणाली शुरू की है।

📌 प्रमुख विशेषताएं:

  • मंदिर के दान काउंटर, लड्डू प्रसाद काउंटर और अन्य प्रमुख स्थानों पर QR कोड लगाए गए हैं।
  • श्रद्धालु Google Pay, PhonePe, Paytm जैसे UPI आधारित ऐप्स से भुगतान कर सकते हैं।
  • लड्डू प्रसाद ₹400 प्रति किलो की दर से उपलब्ध है।
  • त्योहारों पर अतिरिक्त प्रसाद काउंटर लगाए जाएंगे।

🕉️ आरतियों के समय में बदलाव: 8 अक्टूबर से नई व्यवस्था

शीतकाल की शुरुआत के साथ महाकाल मंदिर में तीन आरतियों के समय में परिवर्तन किया गया है। यह बदलाव ऋतु परिवर्तन के आधार पर हर छह माह में किया जाता है।

🕰️ नया आरती समय:

  1. दद्योदक आरती: सुबह 7:00 बजे की जगह अब 7:30 से 8:15 बजे तक
  2. भोग आरती: सुबह 10:00 बजे की जगह अब 10:30 से 11:15 बजे तक
  3. संध्या आरती: शाम 7:00 बजे की जगह अब 6:30 से 7:15 बजे तक

🔸 भस्म आरती, सायंकालीन पूजन और शयन आरती के समय में कोई बदलाव नहीं किया गया है।

🌕 शरद पूर्णिमा पर विशेष आयोजन

6 अक्टूबर को महाकाल मंदिर में शरद पूर्णिमा पर्व धूमधाम से मनाया जाएगा। इस अवसर पर भगवान महाकाल को मेवा युक्त खीर का भोग लगाया जाएगा और संध्या आरती के बाद भक्तों को प्रसाद वितरित किया जाएगा।

🚩 एक दिन में दो सवारी: ऐतिहासिक संयोग

इस वर्ष कार्तिक मास में 3 नवंबर को महाकाल बाबा की दो नगर सवारी निकाली जाएगी। वर्षों बाद यह संयोग बन रहा है।

📍 सवारी विवरण:

  • पहली सवारी: शाम 4 बजे परंपरागत मार्ग से निकलेगी
  • दूसरी सवारी: रात 11 बजे हरिहर भेंट हेतु गोपाल मंदिर तक जाएगी

यह आयोजन उज्जैन की धार्मिक परंपराओं और सांस्कृतिक विरासत को दर्शाता है।

📲 डिजिटल भुगतान के लाभ

कैशलेस व्यवस्था से भक्तों को कई प्रकार की सुविधा मिलेगी:

  • नकद लेन-देन की आवश्यकता नहीं
  • जेबकतरों से सुरक्षा
  • प्रसाद काउंटरों पर लंबी कतारों से मुक्ति
  • बिना कैश लौटने की परेशानी से राहत

📍 मंदिर प्रशासन की पहल

प्रशासक प्रथम कौशिक ने बताया कि यह व्यवस्था श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए शुरू की गई है। QR कोड स्कैन कर सीधे बैंक खाते से भुगतान संभव होगा।

📈 धार्मिक पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा

महाकाल मंदिर की नई व्यवस्थाएं उज्जैन के धार्मिक पर्यटन को नई दिशा देंगी। डिजिटल सुविधा और समयबद्ध आरतियों से श्रद्धालुओं का अनुभव बेहतर होगा।

❓ FAQs

Q1. महाकाल मंदिर में कैशलेस भुगतान कैसे करें?

A1. मंदिर परिसर में लगे QR कोड को स्कैन कर UPI ऐप से भुगतान किया जा सकता है।

Q2. लड्डू प्रसाद की कीमत क्या है?

A2. ₹400 प्रति किलो निर्धारित की गई है।

Q3. आरतियों के समय में क्या बदलाव हुआ है?

A3. दद्योदक, भोग और संध्या आरती के समय में बदलाव हुआ है, जबकि भस्म आरती पूर्ववत रहेगी।

Q4. क्या त्योहारों पर विशेष व्यवस्था होती है?

A4. हां, त्योहारों पर अतिरिक्त प्रसाद काउंटर और विशेष सवारी निकाली जाती है।

🔚 निष्कर्ष

श्री महाकालेश्वर मंदिर में डिजिटल भुगतान की शुरुआत और आरतियों के समय में बदलाव श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए किया गया एक सराहनीय कदम है। यह व्यवस्था न केवल भक्तों को सहूलियत प्रदान करेगी, बल्कि उज्जैन के धार्मिक पर्यटन को भी नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएगी।

External Source: Patrika Report

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