प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को राजस्थान के बांसवाड़ा जिले में 1.22 लाख करोड़ रुपये की लागत वाली विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इस अवसर पर उन्होंने राज्य के दूसरे परमाणु ऊर्जा संयंत्र—माही-बांसवाड़ा परियोजना की नींव रखी, जो 2800 मेगावाट की क्षमता वाला होगा।
🎯 ऐतिहासिक दिन: पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर विकास की सौगात
प्रधानमंत्री का यह दौरा एकात्म मानववाद और अंत्योदय के प्रणेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती के अवसर पर हुआ। वागड़ की धरती से पीएम मोदी ने राजस्थान के 21 जिलों को ऊर्जा, जल, स्वास्थ्य, सड़क, कृषि, तकनीक और रोजगार से जुड़ी 12 प्रमुख योजनाओं की सौगात दी।
⚛️ माही-बांसवाड़ा परमाणु ऊर्जा परियोजना: राजस्थान की ऊर्जा आत्मनिर्भरता की ओर कदम
- यह राजस्थान का दूसरा परमाणु ऊर्जा संयंत्र होगा, पहला रावतभाटा में स्थित है।
- परियोजना की अनुमानित लागत ₹42,000 करोड़ है।
- संयंत्र की कुल उत्पादन क्षमता 2800 मेगावाट होगी।
- यह परियोजना भारत के पंचामृत लक्ष्य के तहत स्वच्छ ऊर्जा की दिशा में एक बड़ा कदम है।
🚰 पेयजल योजनाएं: 15 जिलों को मिलेगा स्वच्छ जल
प्रधानमंत्री ने 15 जिलों के लिए 15 नई पेयजल परियोजनाओं का शिलान्यास किया, जिनकी कुल लागत ₹5,884 करोड़ है। इन योजनाओं से ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में स्वच्छ जल की उपलब्धता सुनिश्चित होगी।
शामिल जिले:
- बांसवाड़ा
- उदयपुर
- डूंगरपुर
- सीकर
- अजमेर
- भीलवाड़ा
- दौसा
- चुरू
- धौलपुर
- सवाई माधोपुर
- बारमेर
🚆 वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी: तीन नई ट्रेनें शुरू
प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से तीन नई ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई:
🛤️ नई ट्रेनें:
- बीकानेर–दिल्ली कैंट वंदे भारत एक्सप्रेस
- जोधपुर–दिल्ली कैंट वंदे भारत एक्सप्रेस
- उदयपुर सिटी–चंडीगढ़ एक्सप्रेस
🕒 टाइम टेबल:
बीकानेर–दिल्ली कैंट
- प्रस्थान: सुबह 5:40 बजे
- आगमन: सुबह 11:55 बजे
- सप्ताह में 6 दिन (बुधवार को छोड़कर)
दिल्ली कैंट–बीकानेर
- प्रस्थान: शाम 4:45 बजे
- आगमन: रात 11:05 बजे
जोधपुर–दिल्ली कैंट
- प्रस्थान: सुबह 5:25 बजे
- जयपुर आगमन: 9:25 बजे
- दिल्ली कैंट आगमन: दोपहर 1:30 बजे
दिल्ली कैंट–जोधपुर
- प्रस्थान: दोपहर 3:10 बजे
- जयपुर आगमन: शाम 7:00 बजे
- जोधपुर आगमन: रात 11:20 बजे
💼 रोजगार की सौगात: 15,000 युवाओं को नियुक्ति पत्र
सरकारी विभागों में विभिन्न पदों पर 15,000 युवाओं को नियुक्ति पत्र प्रदान किए गए। इनमें शामिल हैं:
- 5778 पशु परिचर
- 4197 कनिष्ठ सहायक
- 1800 कनिष्ठ अनुदेशक
- 1464 कनिष्ठ अभियंता
- 1200 तृतीय श्रेणी शिक्षक
- अन्य पदों और अनुकंपात्मक नियुक्तियाँ
🌞 ऊर्जा क्षेत्र में क्रांति: सौर और पवन ऊर्जा परियोजनाएं
प्रधानमंत्री ने कई स्वच्छ ऊर्जा परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया:
- बीकानेर में 590 मेगावाट की अक्षय ऊर्जा परियोजना (₹8,500 करोड़)
- 925 मेगावाट नोख सोलर पार्क, फालोदी (₹10,710 करोड़)
- पीएम-कुसुम योजना के तहत 895 मेगावाट के विकेन्द्रीकृत सौर संयंत्र (₹3,132 करोड़)
🛣️ सड़क और पुल परियोजनाएं: कनेक्टिविटी को मिलेगा बढ़ावा
- दो नए फ्लाईओवर
- बनास नदी पर पुल
- भारतपुर में 119 सड़कें (अटल प्रगति पथ योजना)
- सात जिलों में सड़क परियोजनाएं: अजमेर, बांसवाड़ा, डूंगरपुर, राजसमंद, उदयपुर, बीकानेर, बाड़मेर
🏥 स्वास्थ्य और शहरी विकास: सामाजिक ढांचे को मजबूती
- भरतपुर में 250-बेड का आरबीएम अस्पताल (₹128 करोड़)
- आईटी विकास और ई-गवर्नेंस केंद्र, जयपुर (₹140 करोड़)
- नागौर और झुंझुनू में सीवरेज और जल आपूर्ति परियोजनाएं (₹226 करोड़)
🌾 कुसुम योजना लाभार्थियों से संवाद
प्रधानमंत्री ने कुसुम योजना के लाभार्थियों से संवाद किया। राजस्थान की महिला किसान और महाराष्ट्र के लाभार्थी इस कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने अपने अनुभव साझा किए कि कैसे सौर ऊर्जा ने उनकी कृषि को आत्मनिर्भर बनाया।
📍 अन्य राज्यों को भी मिला लाभ
हालांकि अधिकांश योजनाएं राजस्थान से जुड़ी थीं (₹1.08 लाख करोड़), कुछ परियोजनाएं मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र और कर्नाटक जैसे राज्यों में भी लागू होंगी।
External Source: Patrika Report
❓ अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
Q1: माही-बांसवाड़ा परमाणु परियोजना क्या है?
यह राजस्थान का दूसरा परमाणु ऊर्जा संयंत्र है जिसकी क्षमता 2800 मेगावाट है और लागत ₹42,000 करोड़ है।
Q2: पीएम मोदी ने कितनी योजनाओं का उद्घाटन किया?
प्रधानमंत्री ने ₹1.22 लाख करोड़ की 12 प्रमुख योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया।
Q3: वंदे भारत एक्सप्रेस की नई ट्रेनें कौन सी हैं?
बीकानेर–दिल्ली कैंट, जोधपुर–दिल्ली कैंट और उदयपुर–चंडीगढ़ एक्सप्रेस।
Q4: कितने युवाओं को नौकरी मिली?
15,000 युवाओं को विभिन्न सरकारी पदों पर नियुक्ति पत्र दिए गए।
🔚 निष्कर्ष
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बांसवाड़ा दौरा राजस्थान के लिए विकास की नई दिशा लेकर आया। ऊर्जा, जल, स्वास्थ्य, रोजगार और कनेक्टिविटी के क्षेत्र में शुरू की गई योजनाएं राज्य को आत्मनिर्भरता की ओर ले जाएंगी। माही-बांसवाड़ा परमाणु परियोजना न केवल ऊर्जा उत्पादन में योगदान देगी, बल्कि क्षेत्रीय विकास को भी गति देगी।
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