✈️ हादसे की पृष्ठभूमि: क्या हुआ था 25 दिसंबर को?
2024 के क्रिसमस दिवस पर, अज़रबैजान एयरलाइंस की फ्लाइट 8243 बाकू से रूस के चेचन्या क्षेत्र की राजधानी ग्रोज़्नी जा रही थी। विमान में कुल 67 लोग सवार थे, जिनमें 62 यात्री, 2 पायलट और 3 क्रू सदस्य शामिल थे। उड़ान के दौरान अचानक इसे कजाकिस्तान की ओर डायवर्ट किया गया, जहाँ अक्ताऊ शहर के पास विमान क्रैश हो गया। इस हादसे में 38 लोगों की मौत हो गई थी।
📍 प्रमुख तथ्य:
- ✈️ विमान: Embraer 190
- 🛫 प्रस्थान स्थल: बाकू, अज़रबैजान
- 🛬 गंतव्य: ग्रोज़्नी, रूस
- 📍 क्रैश स्थान: अक्ताऊ, कजाकिस्तान
- ⚰️ मृतक संख्या: 38
🧨 पुतिन का खुलासा: रूसी मिसाइलों से हुआ हादसा
9 अक्टूबर 2025 को ताजिकिस्तान की राजधानी दुशांबे में आयोजित रूस–मध्य एशिया शिखर सम्मेलन के दौरान, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पहली बार सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया कि यह विमान हादसा रूस की एयर डिफेंस प्रणाली की वजह से हुआ था।
पुतिन ने बताया कि रूस की सेना उस समय यूक्रेनी ड्रोन को ट्रैक कर रही थी। दो मिसाइलें दागी गईं, जो विमान से लगभग 10 मीटर की दूरी पर फटीं। मिसाइलों ने विमान को सीधे नहीं मारा, लेकिन उनके टुकड़ों से विमान को गंभीर क्षति पहुँची, जिससे वह क्रैश हो गया।
🤝 अलीयेव से मुलाकात: मुआवज़े और कार्रवाई का वादा
पुतिन ने अज़रबैजान के राष्ट्रपति इल्हाम अलीयेव से मुलाकात के दौरान कहा कि रूस इस त्रासदी के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेगा और पीड़ितों के परिवारों को उचित मुआवज़ा प्रदान करेगा।
अलीयेव ने पहले रूस पर इस घटना को छिपाने का आरोप लगाया था, लेकिन पुतिन की स्वीकारोक्ति के बाद उन्होंने रूस के सहयोग की सराहना की।
📊 हादसे के बाद की जांच: क्या सामने आया?
- ✍️ प्रारंभिक रिपोर्ट में “बर्ड स्ट्राइक” का दावा किया गया था।
- 🔍 बाद में विमान के ब्लैक बॉक्स से पता चला कि पायलट ने पक्षियों से टकराने की आशंका जताई थी।
- 🛑 लेकिन जांच में मिसाइल के टुकड़ों के निशान मिले, जिससे पुष्टि हुई कि यह बाहरी हस्तक्षेप था।
🌍 रूस-यूक्रेन संघर्ष का प्रभाव
यह हादसा रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के बीच हुआ, जहाँ ड्रोन हमलों की घटनाएं बढ़ रही थीं। रूस की एयर डिफेंस प्रणाली उस समय हाई अलर्ट पर थी, और इसी दौरान यह त्रासदी घटित हुई।
📉 रूस-अज़रबैजान संबंधों पर असर
इस हादसे ने दोनों देशों के बीच तनाव को बढ़ा दिया। अज़रबैजान ने रूस पर पारदर्शिता की कमी का आरोप लगाया, जबकि रूस ने शुरुआत में जिम्मेदारी लेने से इनकार किया था। अब पुतिन की स्वीकारोक्ति से संबंधों में सुधार की उम्मीद जताई जा रही है।
📚 FAQs
Q1. अज़रबैजान एयरलाइंस का विमान कब क्रैश हुआ था?
25 दिसंबर 2024 को कजाकिस्तान के अक्ताऊ शहर के पास।
Q2. हादसे में कितने लोग मारे गए थे?
इस हादसे में कुल 38 लोगों की मौत हुई थी।
Q3. क्या रूस ने हादसे की जिम्मेदारी ली है?
हाँ, 9 अक्टूबर 2025 को व्लादिमीर पुतिन ने सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया कि रूस की एयर डिफेंस प्रणाली की वजह से यह हादसा हुआ।
Q4. क्या पीड़ितों को मुआवज़ा मिलेगा?
पुतिन ने मुआवज़ा देने और जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई का वादा किया है।
🔚 निष्कर्ष: एक त्रासदी, एक स्वीकारोक्ति
अज़रबैजान एयरलाइंस की फ्लाइट 8243 का क्रैश एक दुखद घटना थी, जिसने कई परिवारों को गहरा आघात पहुँचाया। रूस की ओर से जिम्मेदारी स्वीकार करना इस दिशा में पहला कदम है, जिससे पीड़ितों को न्याय और मुआवज़ा मिल सके। यह घटना अंतरराष्ट्रीय विमानन सुरक्षा और सैन्य गतिविधियों के बीच संतुलन की आवश्यकता को भी उजागर करती है।
External Source: Patrika Report
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