“सरकारी फेलोशिप योजना: 100 स्कॉलरशिप, 4 साल की रिसर्च, डबल स्कॉलरशिप”

भारत सरकार की विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के अंतर्गत साइंस एंड इंजीनियरिंग रिसर्च बोर्ड (SERB) द्वारा शुरू की गई प्रधानमंत्री डॉक्टोरल रिसर्च फेलोशिप योजना देश के प्रतिभाशाली शोधकर्ताओं को उद्योग से जोड़ने की एक महत्वपूर्ण पहल है। इस योजना का उद्देश्य उच्च गुणवत्ता वाले अनुसंधान को बढ़ावा देना है, जो सीधे तौर पर उद्योग की आवश्यकताओं से जुड़ा हो।

योजना का उद्देश्य और पृष्ठभूमि

प्रधानमंत्री फेलोशिप योजना की शुरुआत 2013 में हुई थी, जिसे FICCI (फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री) द्वारा लागू किया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य है:

  • विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग, कृषि और चिकित्सा क्षेत्रों में उद्योग-उन्मुख पीएचडी अनुसंधान को प्रोत्साहित करना।
  • उद्योग और अकादमिक संस्थानों के बीच सहयोग को मजबूत करना।
  • व्यावसायिक रूप से उपयोगी अनुसंधान को बढ़ावा देना।

फेलोशिप की प्रमुख विशेषताएं

यह योजना न केवल आर्थिक सहायता प्रदान करती है, बल्कि शोधकर्ताओं को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक्सपोजर भी देती है।

📌 मुख्य विशेषताएं:

  • हर साल 100 नए फेलोशिप स्लॉट उपलब्ध।
  • फेलोशिप की अवधि अधिकतम 4 वर्ष।
  • सरकार और उद्योग साझेदार द्वारा संयुक्त रूप से वित्तीय सहायता।
  • वार्षिक समीक्षा बैठकें और मेंटरशिप सत्र।

लाभ: दोहरी स्कॉलरशिप और उद्योग मार्गदर्शन

इस योजना के अंतर्गत चयनित पीएचडी शोधार्थियों को पारंपरिक JRF/SRF से दोगुनी राशि की छात्रवृत्ति प्रदान की जाती है, जो सरकार और उद्योग साझेदार द्वारा संयुक्त रूप से वित्तपोषित होती है।

  1. 50% वित्तीय सहायता सरकार द्वारा।
  2. 50% सहायता उद्योग साझेदार द्वारा, जो शोध परियोजना में सक्रिय भागीदार होता है।

🎯 अतिरिक्त लाभ:

  • उद्योग विशेषज्ञों से मार्गदर्शन।
  • व्यावसायिक अनुसंधान के लिए संसाधनों तक पहुंच।
  • पेटेंट, लाइसेंस और नए उत्पादों के विकास की संभावना।

पात्रता मानदंड

इस योजना के अंतर्गत आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों को कुछ आवश्यक पात्रता मानदंडों का पालन करना अनिवार्य होगा।

  • भारतीय नागरिक होना अनिवार्य।
  • किसी मान्यता प्राप्त भारतीय संस्थान में पूर्णकालिक पीएचडी स्कॉलर होना चाहिए।
  • पीएचडी में प्रवेश की तारीख से 14 महीने के भीतर आवेदन करना आवश्यक।
  • एक वैध उद्योग साझेदार होना चाहिए जो वित्तीय और तकनीकी सहयोग देने को तैयार हो।
  • अनुसंधान विषय व्यावहारिक और उद्योग से संबंधित होना चाहिए।
  • चयन के बाद कोई अन्य फेलोशिप नहीं ली जा सकती।

आवेदन प्रक्रिया: पूरी तरह ऑनलाइन

इस योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह से डिजिटल है। नीचे दिए गए चरणों का पालन करना आवश्यक है:

📝 आवेदन के चरण:

  1. वेबसाइट पर छात्र के रूप में रजिस्ट्रेशन करें:
  2. आवेदन फॉर्म को दिशानिर्देशों के अनुसार तैयार करें और ऑनलाइन सबमिट करें।
  3. आवश्यक दस्तावेजों की डिजिटल प्रतियां तैयार करें।
  4. उद्योग साझेदार और होस्ट संस्थान से आवश्यक अंडरटेकिंग प्राप्त करें।
  5. आवेदन फॉर्म भरें और सबमिट करें।

📌 नोट: किसी भी दस्तावेज की हार्ड कॉपी CII/FICCI को न भेजें।

चयन के मानदंड

फेलोशिप के लिए चयन निम्नलिखित आधारों पर किया जाता है:

  • अनुसंधान परियोजना की नवीनता और वैज्ञानिक गुणवत्ता।
  • परियोजना की व्यावसायिक उपयोगिता और संभावित प्रभाव।
  • आवेदक, अकादमिक गाइड और उद्योग मेंटर का ट्रैक रिकॉर्ड।

आवश्यक दस्तावेजों की सूची

उम्मीदवारों को निम्नलिखित दस्तावेजों की स्कैन कॉपी अपलोड करनी होती है:

  • पासपोर्ट साइज फोटो
  • पीएचडी नामांकन प्रमाण पत्र
  • 10वीं, 12वीं, स्नातक और परास्नातक प्रमाण पत्र
  • अन्य डिग्री/डिप्लोमा प्रमाण पत्र (यदि लागू हो)
  • होस्ट संस्थान का प्रोफाइल
  • पीएचडी सुपरवाइजर का बायोडाटा (3 पेज तक)
  • उद्योग साझेदार कंपनी का प्रोफाइल और लोगो
  • उद्योग मेंटर का बायोडाटा (3 पेज तक)
  • संस्थान प्रमुख और सुपरवाइजर का अंडरटेकिंग
  • उद्योग साझेदार का अंडरटेकिंग और अनुसंधान पत्र
  • अनुसंधान सारांश और प्रकाशन सूची

योजना का प्रभाव और भविष्य की दिशा

प्रधानमंत्री फेलोशिप योजना ने अब तक कई उद्योग-उन्मुख अनुसंधान परियोजनाओं को जन्म दिया है। इससे न केवल अकादमिक क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा मिला है, बल्कि उद्योगों को भी नई तकनीकों और समाधानों तक पहुंच मिली है।

🔍 उदाहरण:

  • कृषि क्षेत्र में स्मार्ट सिंचाई तकनीक पर शोध।
  • हेल्थकेयर में कम लागत वाली डायग्नोस्टिक डिवाइस का विकास।
  • इंजीनियरिंग में ऊर्जा कुशल मशीनों की डिजाइन।

External Source: SERB Official Website

निष्कर्ष

प्रधानमंत्री डॉक्टोरल रिसर्च फेलोशिप योजना भारत में अनुसंधान और नवाचार को नई ऊंचाइयों तक ले जाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह योजना न केवल युवा शोधकर्ताओं को प्रोत्साहित करती है, बल्कि उद्योग और शिक्षा के बीच की खाई को भी पाटती है।

❓ अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

Q1. प्रधानमंत्री फेलोशिप योजना के तहत कितनी स्कॉलरशिप मिलती है?

हर साल 100 नए स्कॉलरशिप स्लॉट उपलब्ध होते हैं, जिसमें JRF/SRF से दोगुनी राशि मिलती है।

Q2. क्या यह योजना सभी विषयों के लिए है?

यह योजना विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग, कृषि और चिकित्सा क्षेत्रों के लिए है।

Q3. आवेदन कैसे करें?

आवेदन पूरी तरह ऑनलाइन है। संबंधित वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन और फॉर्म भरना होता है।

Q4. क्या उद्योग साझेदार अनिवार्य है?

हां, एक वैध उद्योग साझेदार होना आवश्यक है जो वित्तीय और तकनीकी सहयोग दे सके।

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