Newswell24.com
राजस्थान के सीकर जिले में हनीट्रैप केस ने नया मोड़ ले लिया है। आरोपी महिला रेणुका चौधरी ने गिरफ्तारी से पहले फेसबुक पर लाइव आकर सनसनीखेज आरोप लगाए हैं। उसने दावा किया कि सीकर के माजीपुरा स्थित एक फार्महाउस पर बड़ा सेक्स रैकेट चल रहा है, जिसमें कई बड़े नेता भी शामिल हैं। इस खुलासे के बाद स्थानीय राजनीति और पुलिस महकमे में हलचल तेज हो गई है।
📌 मामला कैसे शुरू हुआ?
सीकर पुलिस के अनुसार, 64 वर्षीय बुजुर्ग रामकरण ने 30 अगस्त को शिकायत दर्ज करवाई थी कि उन्हें सोशल मीडिया के माध्यम से हनीट्रैप में फंसाकर ₹12.90 लाख की ठगी की गई।
- पीड़ित ने बताया कि सोशल मीडिया पर उनकी मुलाकात रेणुका चौधरी से हुई।
- रेणुका ने खुद को समाजसेवी और कई संगठनों से जुड़ा हुआ बताया।
- धीरे-धीरे बातचीत मुलाकातों में बदल गई और फिर वीडियो कॉल पर वह अर्धनग्न अवस्था में बात करने लगी।
- पीड़ित का विश्वास जीतकर महिला ने शॉपिंग और अन्य खर्चों के नाम पर पैसे वसूलने शुरू कर दिए।
👩 आरोपी रेणुका चौधरी कौन है?
रेणुका चौधरी, सीकर के घस्सु का बास इलाके की निवासी है।
- सोशल मीडिया पर उसने खुद को “क्राइम बैन इन इंडिया” की राष्ट्रीय अध्यक्ष बताया है।
- वह खुद को जीवन रक्षक परिवार नामक संगठन की संचालक भी बताती है।
- इसके अलावा एक अन्य संगठन की प्रदेश सचिव होने का भी दावा करती है।
- फेसबुक पर उसके 5300 से ज्यादा फॉलोवर्स हैं और गिरफ्तारी से एक दिन पहले किए गए लाइव को 33 हजार से अधिक लोगों ने देखा।
इससे साफ है कि वह सोशल मीडिया पर सक्रिय थी और समाजसेवा की छवि बनाकर भरोसा जीतने की कोशिश करती रही।
📡 गिरफ्तारी से पहले फेसबुक लाइव
गिरफ्तारी से एक दिन पहले रेणुका ने फेसबुक पर लाइव आकर दावा किया कि:
- माजीपुरा के एक फार्महाउस पर बड़ा सेक्स रैकेट चल रहा है।
- इस रैकेट में कई बड़े नेता शामिल हैं।
- उसने खुद को निर्दोष बताते हुए कहा कि उसे फंसाया जा रहा है।
- लाइव के दौरान वह भावुक भी हुई और लोगों से समर्थन मांगा।
यह लाइव वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है और इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है।
🚔 पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने शिकायत दर्ज होने के बाद रेणुका चौधरी को गिरफ्तार कर लिया।
- जब पुलिस टीम उसे पकड़ने पहुंची तो वह बार-बार बेहोशी का नाटक करने लगी।
- बड़ी मुश्किल से उसे हिरासत में लेकर थाने लाया गया।
- पुलिस के अनुसार, उसके खिलाफ पहले भी हनीट्रैप और ठगी के मामले दर्ज हो चुके हैं।
🏛️ राजनीतिक हलचल और आरोप
रेणुका के दावे के बाद स्थानीय राजनीति में हलचल तेज हो गई है।
- विपक्षी दलों ने सरकार और पुलिस पर कार्रवाई में ढिलाई बरतने के आरोप लगाए।
- ruling पार्टी के नेताओं ने कहा कि आरोपों की गंभीर जांच कराई जाएगी।
- अभी तक किसी नेता का नाम आधिकारिक रूप से सामने नहीं आया है, लेकिन चर्चा का विषय यही है कि अगर महिला के दावे सही पाए जाते हैं, तो यह राजस्थान की राजनीति में बड़ा भूचाल ला सकता है।
🌐 सोशल मीडिया पर चर्चा
रेणुका का फेसबुक लाइव वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है।
- ट्विटर, फेसबुक और व्हाट्सएप ग्रुप्स में इस वीडियो की खूब चर्चा हो रही है।
- कई लोग महिला के आरोपों को गंभीर मान रहे हैं, तो कुछ इसे गिरफ्तारी से बचने की रणनीति बता रहे हैं।
- सोशल मीडिया पर यह सवाल भी उठ रहे हैं कि यदि फार्महाउस पर रैकेट चल रहा है, तो पुलिस ने अब तक उस पर छापा क्यों नहीं मारा।
📜 हनीट्रैप केस क्या होता है?
हनीट्रैप एक तरह का अपराध है, जिसमें किसी महिला या पुरुष के जरिए दूसरे व्यक्ति को फंसाकर:
- पैसे की ठगी
- ब्लैकमेलिंग
- संवेदनशील जानकारी हासिल करना
जैसी गतिविधियां की जाती हैं। भारत में ऐसे मामलों में कई बार राजनेता, अफसर और बड़े व्यापारी भी शिकार बनते रहे हैं।
External Source: पढ़ें – हनीट्रैप केस की विस्तृत जानकारी (www.patrika.com)
📌 अब तक की जांच और आगे की कार्रवाई
पुलिस ने रेणुका की गिरफ्तारी के बाद उसके मोबाइल और सोशल मीडिया अकाउंट्स की जांच शुरू कर दी है।
- पुलिस ने कुछ वीडियो कॉल्स और चैट्स को सबूत के तौर पर इकट्ठा किया है।
- जांच में यह भी देखा जा रहा है कि कहीं उसके नेटवर्क में और लोग तो शामिल नहीं हैं।
- यदि उसके आरोप सही पाए जाते हैं, तो फार्महाउस और उससे जुड़े नेताओं पर भी कार्रवाई की जा सकती है।
⚖️ कानूनी विशेषज्ञों की राय
कानून के जानकारों का मानना है कि:
- यदि रेणुका के आरोप झूठे निकले तो उस पर मानहानि का केस दर्ज हो सकता है।
- वहीं अगर आरोप सही पाए जाते हैं, तो यह मामला राजस्थान की सबसे बड़ी सेक्स रैकेट जांच में बदल सकता है।
- पुलिस और प्रशासन पर अब दबाव है कि मामले की पारदर्शी जांच की जाए।
🔍 घटनाओं की समयरेखा
- 30 अगस्त – बुजुर्ग ने शिकायत दर्ज करवाई।
- 31 अगस्त – रेणुका ने फेसबुक लाइव कर आरोप लगाए।
- 1 सितम्बर – पुलिस ने रेणुका को गिरफ्तार किया।
- अब – जांच जारी, फार्महाउस और नेताओं के नामों पर सस्पेंस।
📌 सीकर केस क्यों है खास?
- इसमें राजनीति, सोशल मीडिया और क्राइम तीनों का एंगल है।
- एक तरफ हनीट्रैप और ठगी का मामला है, तो दूसरी ओर सेक्स रैकेट और नेताओं की संलिप्तता का गंभीर आरोप।
- मामला केवल क्राइम तक सीमित नहीं, बल्कि राजनीतिक भविष्य को प्रभावित करने की क्षमता रखता है।
🙋♂️ अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
Q1. सीकर हनीट्रैप केस में मुख्य आरोपी कौन है?
मुख्य आरोपी का नाम रेणुका चौधरी है, जो खुद को समाजसेवी बताती है।
Q2. उसने गिरफ्तारी से पहले क्या आरोप लगाए?
रेणुका ने दावा किया कि माजीपुरा के एक फार्महाउस पर सेक्स रैकेट चल रहा है, जिसमें बड़े नेता शामिल हैं।
Q3. पीड़ित ने पुलिस में क्या शिकायत दी थी?
पीड़ित ने आरोप लगाया कि महिला ने सोशल मीडिया के जरिए विश्वास जीतकर ₹12.90 लाख की ठगी की।
Q4. क्या फार्महाउस पर छापा मारा गया है?
अभी तक पुलिस की ओर से किसी फार्महाउस पर आधिकारिक छापे की पुष्टि नहीं हुई है।
Q5. मामले की जांच किस स्तर पर हो रही है?
पुलिस मोबाइल डेटा, वीडियो कॉल और चैट्स की जांच कर रही है और आगे कार्रवाई की संभावना है।
📝 निष्कर्ष
सीकर हनीट्रैप केस केवल एक ठगी का मामला नहीं रह गया है, बल्कि इसमें बड़े नेताओं और सेक्स रैकेट की संलिप्तता के आरोप जुड़ने से यह और भी गंभीर हो गया है। फिलहाल पुलिस जांच में जुटी है, लेकिन जनता और राजनीति दोनों की नजरें इस केस पर टिकी हुई हैं। आने वाले दिनों में यह खुलासा होगा कि रेणुका के दावे सच हैं या केवल गिरफ्तारी से बचने की एक चाल।
अगर आपको यह लेख उपयोगी लगा हो, तो इसे शेयर करें और दूसरों को भी जागरूक करें। NEWSWELL24.COM पर हम ऐसे ही जरूरी और भरोसेमंद जानकारी लाते रहते हैं।