2025-26 रबी फसल उत्पादन लक्ष्य 362.5 मिलियन टन, कृषि क्षेत्र में नई उम्मीदें

भारत की रबी फसलों का नया लक्ष्य

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भारत सरकार ने वर्ष 2025–26 के लिए रबी फसलों के उत्पादन का लक्ष्य 362.5 मिलियन टन तय किया है। यह लक्ष्य पिछले साल की तुलना में अधिक है और इससे यह संकेत मिलता है कि सरकार देश की खाद्य सुरक्षा और किसानों की आय बढ़ाने की दिशा में ठोस कदम उठा रही है।

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📊 रबी फसल क्या है और क्यों है महत्वपूर्ण?

भारत की कृषि प्रणाली दो मुख्य चक्रों पर आधारित है – खरीफ और रबी।

  • खरीफ फसलें: बारिश पर आधारित होती हैं (धान, मक्का, सोयाबीन)।
  • रबी फसलें: ठंडे मौसम में उगाई जाती हैं (गेहूं, जौ, चना, सरसों, मसूर)।

रबी फसल की विशेषताएँ

  1. सिंचाई पर अधिक निर्भरता – मानसून खत्म होने के बाद बोई जाती है।
  2. मुख्य क्षेत्र – पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश और बिहार।
  3. मुख्य योगदान – गेहूं उत्पादन का 90% से अधिक हिस्सा रबी सीजन से आता है।

रबी फसलें न केवल भारत की खाद्य सुरक्षा का आधार हैं, बल्कि लाखों किसानों की आजीविका भी इन्हीं पर टिकी है।


🎯 सरकार का लक्ष्य: 362.5 मिलियन टन

कृषि मंत्रालय ने 2025-26 रबी सीजन के लिए कुल 362.5 मिलियन टन अनाज उत्पादन का लक्ष्य रखा है। इसमें सबसे बड़ा योगदान गेहूं से आने की संभावना है।

प्रमुख लक्ष्य (अनुमानित विभाजन)

  • 🌾 गेहूं: 118-120 मिलियन टन
  • 🌱 चना और अन्य दलहन: 30-32 मिलियन टन
  • 🌻 तेलहन (सरसों, राई): 15-17 मिलियन टन
  • 🌿 अन्य फसलें (जौ, मसूर आदि): शेष उत्पादन

📈 पिछले वर्षों का प्रदर्शन

भारत ने बीते वर्षों में रबी फसलों के उत्पादन में लगातार वृद्धि दर्ज की है।

वर्षकुल रबी उत्पादन (मिलियन टन)प्रमुख उपलब्धियाँ
2022-23343.4गेहूं में रिकॉर्ड उत्पादन
2023-24353.2चने और सरसों में वृद्धि
2024-25356.0दलहन उत्पादन में स्थिरता
2025-26 (लक्ष्य)362.5नई उम्मीदें और रिकॉर्ड प्रयास

इस लक्ष्य के साथ भारत खाद्यान्न आत्मनिर्भरता को और मजबूत करना चाहता है।


🚜 किसानों के लिए नई संभावनाएँ

सरकार का यह कदम केवल उत्पादन बढ़ाने तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका उद्देश्य किसानों को बेहतर आय और बाज़ार उपलब्ध कराना भी है।

किसानों को होने वाले लाभ:

  • बीज और खाद पर सब्सिडी योजनाएँ
  • MSP (न्यूनतम समर्थन मूल्य) पर खरीद की गारंटी।
  • सिंचाई सुविधाओं का विस्तार।
  • फसलों की बीमा योजनाओं का लाभ।

🌍 जलवायु परिवर्तन और चुनौतियाँ

जहां एक ओर लक्ष्य बड़ा है, वहीं दूसरी ओर जलवायु परिवर्तन और अनियमित बारिश कृषि क्षेत्र के सामने बड़ी चुनौती हैं।

प्रमुख चुनौतियाँ:

  • अनियमित वर्षा और बाढ़।
  • तापमान में वृद्धि।
  • कीट और रोगों का बढ़ता प्रकोप।
  • खेती की लागत में लगातार वृद्धि।

🏛️ सरकार की रणनीतियाँ

भारत सरकार ने इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए कई योजनाएँ तैयार की हैं।

मुख्य योजनाएँ:

  1. प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (PMKSY) – सिंचाई कवरेज बढ़ाना।
  2. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) – जोखिम कम करना।
  3. नेशनल फूड सिक्योरिटी मिशन (NFSM) – गेहूं, दलहन और तेलहन पर विशेष ध्यान।
  4. डिजिटल कृषि मिशन – किसानों को तकनीक और मोबाइल एप्स से जोड़ना।

📑 विशेषज्ञों की राय

कृषि विशेषज्ञों का मानना है कि यह लक्ष्य महत्वाकांक्षी है लेकिन सही रणनीति के साथ हासिल किया जा सकता है।

👉 इंडियन काउंसिल ऑफ एग्रीकल्चर रिसर्च (ICAR) के अनुसार:

  • बेहतर बीज किस्में।
  • उन्नत सिंचाई तकनीक।
  • डिजिटल प्लेटफॉर्म से किसानों को जानकारी।
    इनसे उत्पादन में तेजी से सुधार संभव है।

🌏 अंतरराष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य

भारत गेहूं और दलहन उत्पादन में विश्व स्तर पर अहम स्थान रखता है।

  • भारत, चीन के बाद दूसरा सबसे बड़ा गेहूं उत्पादक है।
  • दलहन उत्पादन में भारत का योगदान लगभग 25% है।

यदि 362.5 मिलियन टन का लक्ष्य हासिल होता है तो भारत वैश्विक खाद्य निर्यात में और मजबूती से उभर सकता है।

External Source: FAO – Food and Agriculture Organization Report


📰 किसानों की प्रतिक्रियाएँ

किसानों के संगठनों का कहना है कि सरकार का लक्ष्य स्वागत योग्य है, लेकिन इसके लिए ज़मीनी स्तर पर:

  • समय पर बीज और खाद उपलब्ध कराना होगा।
  • MSP खरीद केंद्रों की संख्या बढ़ानी होगी।
  • सिंचाई सुविधाओं को प्राथमिकता देनी होगी।

📌 निष्कर्ष

भारत सरकार द्वारा तय किया गया 362.5 मिलियन टन रबी उत्पादन लक्ष्य कृषि क्षेत्र के लिए एक नई उम्मीद है। अगर यह लक्ष्य पूरा होता है तो न केवल किसानों की आय बढ़ेगी बल्कि देश की खाद्य सुरक्षा भी और मजबूत होगी। हालांकि, चुनौतियाँ भी कम नहीं हैं और इसके लिए किसानों, सरकार और तकनीक – तीनों का सहयोग आवश्यक होगा।


❓ अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

1. 2025-26 रबी फसल उत्पादन का लक्ष्य कितना तय किया गया है?

👉 362.5 मिलियन टन।

2. रबी सीजन की प्रमुख फसलें कौन-सी हैं?

👉 गेहूं, जौ, चना, सरसों और मसूर।

3. इस लक्ष्य से किसानों को क्या लाभ होगा?

👉 MSP, सब्सिडी, सिंचाई और बीमा सुविधाओं का फायदा।

4. रबी फसलों में सबसे बड़ा योगदान किस फसल का है?

👉 गेहूं का।

5. इस लक्ष्य को पूरा करने में सबसे बड़ी चुनौती क्या है?

👉 जलवायु परिवर्तन और अनियमित मौसम।

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