केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के संयुक्त मंच ने अपनी मांगों को लेकर 9 जुलाई, बुधवार को देशव्यापी हड़ताल (भारत बंद) का आह्वान किया है। इस हड़ताल में बैंकिंग, बीमा, डाक, कोयला खनन और अन्य क्षेत्रों के 25 करोड़ से अधिक कर्मचारियों के शामिल होने की संभावना है।
क्यों हो रहा है भारत बंद?
यूनियनों का आरोप है कि सरकार ने उनकी 17 मुख्य मांगों (जैसे न्यूनतम मजदूरी बढ़ोतरी, सामाजिक सुरक्षा, निजीकरण रोकने संबंधी मुद्दे) को नजरअंदाज किया है। साथ ही, पिछले एक दशक से श्रम सम्मेलन का आयोजन नहीं हुआ, जिससे श्रमिकों में असंतोष बढ़ा है।
किन राज्यों में दिखेगा प्रभाव?
- बिहार: चुनावी माहौल के कारण यहाँ हड़ताल का ज्यादा असर दिख सकता है।
- गैर-भाजपा शासित राज्य: केरल, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु और राजस्थान में भी जनजीवन प्रभावित हो सकता है।
- महानगर: दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु जैसे शहरों में यातायात और बैंकिंग सेवाएँ ठप्प हो सकती हैं।
क्या बंद रहेगा और क्या खुलेगा?
- बंद रहने वाली सेवाएँ:
- बैंक, बीमा कंपनियाँ, डाकघर
- सार्वजनिक परिवहन (कुछ राज्यों में)
- कोयला खदानें और औद्योगिक इकाइयाँ
- खुले रहने वाली सेवाएँ:
- आपातकालीन सेवाएँ (अस्पताल, अग्निशमन)
- निजी संस्थान और ऑनलाइन सेवाएँ
- हवाई अड्डे और रेलवे (हालाँकि देरी की आशंका)
आम जनता के लिए सलाह
हड़ताल के दिन यात्रा, बैंकिंग लेनदेन या सरकारी कामों से बचें। स्थानीय अद्यतनों के लिए समाचार स्रोतों से जुड़े रहें।