ITR Filing 2025: 15 सितंबर की डेडलाइन नजदीक: ITR नहीं भरा तो हो सकती है परेशानी!

इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) दाखिल करने की समयसीमा तेजी से नजदीक आ रही है। आयकर विभाग ने उन टैक्सपेयर्स को SMS रिमाइंडर भेजना शुरू कर दिया है जिन्हें 15 सितंबर 2025 तक अपना रिटर्न भरना अनिवार्य है।

📅 ITR फाइलिंग 2025: अंतिम तिथि नजदीक, आयकर विभाग ने भेजना शुरू किए SMS अलर्ट

आयकर विभाग ने वित्त वर्ष 2024–25 के लिए ITR दाखिल करने की प्रक्रिया को लेकर सक्रियता दिखानी शुरू कर दी है। जिन टैक्सपेयर्स को अपने खातों का ऑडिट नहीं करवाना होता, उनके लिए अंतिम तिथि 15 सितंबर निर्धारित की गई है।

  • अब तक 3 करोड़ से ज्यादा आयकर रिटर्न सफलतापूर्वक दाखिल किए जा चुके हैं।
  • SMS में उल्लेख किया गया है: “15.09.25 से पहले ई-फाइलिंग पोर्टल पर असेसमेंट ईयर 2025–26 के लिए अपना ITR दाखिल करें और ई-वेरिफिकेशन की प्रक्रिया पूरी करें।”

🧾 किन्हें 15 सितंबर तक ITR भरना अनिवार्य है?

आयकर कानून के अनुसार, ITR दाखिल करने की अनिवार्यता टैक्सपेयर्स की कुल आय और चुनी गई टैक्स व्यवस्था (पुरानी या नई) पर निर्भर करती है।

🔍 आय सीमा और टैक्स रिजीम के अनुसार नियम:

  1. नई टैक्स व्यवस्था में मूल छूट सीमा: ₹3 लाख
  2. पुरानी आयकर प्रणाली के तहत मूल छूट सीमा ₹2.5 लाख निर्धारित की गई है।

यदि टैक्सपेयर्स की कुल आय इन सीमाओं से अधिक है, तो उन्हें ITR दाखिल करना अनिवार्य है।

🗣️ विशेषज्ञ की राय:

इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, नांगिया एंड कंपनी एलएलपी की एग्जीक्युटिव डायरेक्टर संजोली माहेश्वरी ने स्पष्ट किया:

“यदि कुल आय मूल छूट सीमा से अधिक है, तो ITR दाखिल करना अनिवार्य है, चाहे टैक्स रिजीम कोई भी हो।”

🤔 क्या ₹3 लाख सालाना आय वालों को ITR भरना होगा?

यह सवाल कई टैक्सपेयर्स के मन में है। इसका उत्तर टैक्स रिजीम पर आधारित है:

  • यदि टैक्सपेयर ने नई टैक्स व्यवस्था चुनी है और आय ₹3 लाख से कम है, तो ITR भरना अनिवार्य नहीं है।
  • पुरानी टैक्स व्यवस्था में यह सीमा ₹2.5 लाख है।

हालांकि, कुछ विशेष परिस्थितियों में कम आय वालों को भी ITR भरना पड़ सकता है:

✅ ऐसे मामलों में ITR भरना जरूरी हो सकता है:

  • यदि टैक्सपेयर्स ने TDS कटवाया है और रिफंड क्लेम करना चाहते हैं।
  • यदि किसी बैंक या वित्तीय संस्था ने ITR की कॉपी मांगी है।
  • यदि किसी सरकारी योजना या लोन के लिए आवेदन करना है।

🎓 क्या स्टूडेंट्स और बेरोजगारों को भी ITR भरना चाहिए?

आमतौर पर यह धारणा होती है कि ITR केवल नौकरीपेशा या व्यवसायी लोगों को भरना होता है। लेकिन अब सरकार और वित्तीय संस्थाएं युवाओं को भी ITR फाइल करने के लिए प्रोत्साहित कर रही हैं।

📌 फायदे जो स्टूडेंट्स और बेरोजगारों को मिल सकते हैं:

  • फाइनेंशियल क्रेडिबिलिटी बनती है।
  • भविष्य में लोन लेने में आसानी होती है।
  • रिफंड क्लेम करना सरल होता है।
  • बड़े ट्रांजैक्शन में वैधता मिलती है।

हालांकि, यदि आय मूल छूट सीमा से कम है, तो ITR भरना अनिवार्य नहीं है। लेकिन आदत के तौर पर इसे अपनाना फायदेमंद हो सकता है।

📲 SMS रिमाइंडर का उद्देश्य क्या है?

आयकर विभाग द्वारा भेजे जा रहे SMS रिमाइंडर्स का उद्देश्य टैक्सपेयर्स को समय पर रिटर्न भरने के लिए जागरूक करना है।

🔔 SMS में क्या लिखा होता है?

अब तक 3 करोड़ से अधिक आयकर रिटर्न जमा किए जा चुके हैं। आयकर विभाग ने अनुरोध किया है कि असेसमेंट ईयर 2025–26 के लिए अपना ITR 15 सितंबर 2025 से पहले ई-फाइलिंग पोर्टल पर दाखिल करें और ई-वेरिफिकेशन की प्रक्रिया पूरी करें।

यह संदेश उन टैक्सपेयर्स को भेजा जा रहा है जिनकी डेडलाइन 15 सितंबर है।

Income Tax Department – https://incometaxindia.gov.in]

📋 ITR फाइलिंग से जुड़े जरूरी दस्तावेज

ITR फाइल करने से पहले निम्नलिखित दस्तावेज तैयार रखें:

  • पैन कार्ड
  • आधार कार्ड
  • बैंक स्टेटमेंट
  • फॉर्म 16 (यदि नौकरीपेशा हैं)
  • TDS सर्टिफिकेट्स
  • निवेश से जुड़े दस्तावेज (LIC, PPF, ELSS आदि)

📈 ITR फाइल करने के फायदे

🔍 प्रमुख फायदे:

  1. रिफंड क्लेम करना आसान होता है।
  2. लोन और क्रेडिट कार्ड के लिए पात्रता बढ़ती है।
  3. फाइनेंशियल रिकॉर्ड मजबूत होता है।
  4. विदेश यात्रा या वीजा आवेदन में सहूलियत मिलती है।

🧠 टैक्सपेयर्स के लिए सुझाव

  • अंतिम तिथि से पहले ITR फाइल करें।
  • सही टैक्स रिजीम का चुनाव करें।
  • सभी दस्तावेजों की जांच कर लें।
  • ई-वेरिफिकेशन करना न भूलें।

❓ FAQs

Q1. क्या ₹3 लाख से कम आय वालों को ITR भरना जरूरी है?

यदि आय मूल छूट सीमा से कम है, तो ITR भरना अनिवार्य नहीं है। लेकिन फायदे के लिए भरना बेहतर है।

Q2. क्या स्टूडेंट्स को ITR भरना चाहिए?

अनिवार्य नहीं है, लेकिन फाइनेंशियल क्रेडिबिलिटी के लिए फाइल करना लाभकारी हो सकता है।

Q3. ITR फाइल करने की अंतिम तिथि क्या है?

जिनका ऑडिट नहीं होता, उनके लिए अंतिम तिथि 15 सितंबर 2025 है।

Q4. SMS रिमाइंडर किसे भेजा जा रहा है?

उन टैक्सपेयर्स को जिनकी डेडलाइन 15 सितंबर है।

🔚 निष्कर्ष

ITR फाइलिंग की प्रक्रिया अब अंतिम चरण में पहुंच रही है। जिन टैक्सपेयर्स को 15 सितंबर तक रिटर्न भरना है, उन्हें जल्द से जल्द कार्रवाई करनी चाहिए। आयकर विभाग की ओर से भेजे जा रहे SMS रिमाइंडर्स इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं। चाहे आपकी आय कम हो या ज्यादा, ITR फाइल करना एक जिम्मेदार नागरिक की पहचान है।

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