दिल्ली के कई नामी स्कूलों को शनिवार सुबह बम से उड़ाने की धमकी भरा ईमेल मिला। इनमें द्वारका का दिल्ली पब्लिक स्कूल (DPS Dwarka), कुतुब मीनार स्थित सर्वोदय सीनियर सेकेंडरी स्कूल और नजफगढ़ का कृष्णा मॉडल पब्लिक स्कूल शामिल हैं। धमकी मिलते ही पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए छात्रों और स्टाफ को सुरक्षित बाहर निकाल लिया।
यह घटना ऐसे समय हुई है जब दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में पिछले कुछ महीनों से लगातार संस्थानों, अदालतों और अस्पतालों को धमकी भरे ईमेल भेजे जा रहे हैं।
📩 धमकी भरे ईमेल से फैली दहशत
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, शनिवार की सुबह कई स्कूलों के आधिकारिक ईमेल आईडी पर बम धमकी के संदेश भेजे गए। ईमेल में स्पष्ट तौर पर लिखा था कि स्कूल भवन में विस्फोटक सामग्री लगाई गई है और किसी भी वक्त विस्फोट हो सकता है।
- धमकी पाते ही स्कूल प्रशासन ने तुरंत पुलिस से संपर्क किया।
- दिल्ली पुलिस और बम निरोधक दस्ते (Bomb Disposal Squad) ने मौके पर पहुंचकर तलाशी शुरू की।
- सभी बच्चों और कर्मचारियों को सुरक्षित निकालकर निर्धारित सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया।
- फिलहाल किसी भी स्कूल से संदिग्ध वस्तु बरामद नहीं हुई है।
🛡️ पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों की कार्रवाई
दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि धमकी के बाद प्रभावित सभी स्कूलों को पूरी तरह खाली कराया गया। इसके बाद बम निरोधक दस्ता, डॉग स्क्वॉड और स्थानीय पुलिस ने इमारतों की गहन तलाशी शुरू की।
🔎 तलाशी अभियान के मुख्य बिंदु:
- प्रत्येक कक्षा और कॉरिडोर की जांच की गई।
- प्रयोगशालाओं और पुस्तकालय में भी सुरक्षा टीमों ने छानबीन की।
- स्कूल के बाहर पार्किंग और आसपास के इलाके की जांच हुई।
अब तक जांच में कुछ भी संदिग्ध बरामद नहीं हुआ है। हालांकि पुलिस का कहना है कि जब तक पूरी तरह संतोषजनक परिणाम नहीं मिलते, तलाशी अभियान जारी रहेगा।
🏫 प्रभावित स्कूलों की सूची
धमकी भरे ईमेल जिन प्रमुख स्कूलों को भेजे गए, उनमें शामिल हैं:
- दिल्ली पब्लिक स्कूल, द्वारका (DPS Dwarka)
- सर्वोदय सीनियर सेकेंडरी स्कूल, कुतुब मीनार
- कृष्णा मॉडल पब्लिक स्कूल, नजफगढ़
इसके अलावा भी कुछ अन्य निजी और सरकारी स्कूलों को संदिग्ध मेल भेजे जाने की सूचना है।
📖 पिछली धमकियों से जुड़ा पैटर्न
यह पहली बार नहीं है जब दिल्ली के स्कूलों को ऐसी धमकियां मिली हैं। बीते कुछ महीनों में भी कई शिक्षण संस्थानों को बम से उड़ाने की झूठी धमकियां मिल चुकी हैं।
- मई 2024 में दिल्ली-एनसीआर के लगभग 100 से अधिक स्कूलों को एक ही दिन में धमकी मिली थी।
- जुलाई 2024 में भी कुछ निजी स्कूलों को बम की झूठी सूचना दी गई, जो बाद में फर्जी साबित हुई।
पुलिस का मानना है कि यह शरारती तत्वों द्वारा किया गया साइबर अपराध हो सकता है। हालांकि सुरक्षा कारणों से हर बार इन धमकियों को गंभीरता से लेना जरूरी होता है।
🏥 अस्पताल और अदालतें भी बने निशाना
सिर्फ स्कूल ही नहीं, दिल्ली के कई अस्पताल और अदालतें भी हाल के दिनों में ऐसी धमकियों का शिकार हुई हैं।
- 13 सितंबर 2025 को दिल्ली के शालीमार बाग, द्वारका और साकेत स्थित मैक्स अस्पतालों को धमकी भरा ईमेल मिला।
- अस्पताल प्रबंधन को भेजे गए मेल में साफ लिखा गया था कि “आपके अस्पताल को बम से उड़ा दिया जाएगा।”
- हालांकि पुलिस की जांच में यह दावा भी निराधार साबित हुआ।
इसके अलावा दिल्ली हाईकोर्ट को भी हाल ही में धमकी भरे ईमेल भेजे गए।
⚖️ दिल्ली हाईकोर्ट को मिला धमकी भरा ईमेल
घटना से एक दिन पहले दिल्ली हाईकोर्ट को एक धमकी भरा ईमेल मिला। ईमेल में साफ लिखा गया था कि शुक्रवार को अदालत परिसर में बम धमाका होगा।
ईमेल के मुख्य अंश:
- दोपहर के बाद जज चैंबर में विस्फोट करने की बात लिखी गई।
- दावा किया गया कि परिसर में तीन बम प्लांट किए गए हैं।
- संदेश में राजनीतिक साजिश का जिक्र था और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई का नाम भी शामिल किया गया।
हालांकि पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने तलाशी के दौरान कोई संदिग्ध वस्तु नहीं पाई।
🌍 वैश्विक स्तर पर बम धमकी ईमेल की प्रवृत्ति
भारत ही नहीं, विश्वभर के कई देशों में स्कूलों और सार्वजनिक संस्थानों को धमकी भरे ईमेल भेजने की घटनाएं बढ़ी हैं। साइबर अपराध विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे मेल अक्सर विदेश से भेजे जाते हैं और इनका उद्देश्य दहशत फैलाना होता है।
अमेरिका, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया में भी हाल के वर्षों में कई स्कूलों को झूठी बम धमकियां मिल चुकी हैं। ऐसे मामलों में ज्यादातर ईमेल स्पैम सर्वर से भेजे जाते हैं, जिससे असली भेजने वाले तक पहुंचना मुश्किल हो जाता है।
🔒 सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता
दिल्ली पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियां अब ऐसे मामलों को लेकर और सतर्क हो गई हैं। विशेषज्ञ साइबर फॉरेंसिक टीम इन ईमेल्स के स्रोत का पता लगाने की कोशिश कर रही है।
- सभी स्कूलों को एडवाइजरी जारी कर दी गई है।
- ईमेल सिस्टम की सुरक्षा बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है।
- स्टाफ और बच्चों को सुरक्षा के मानक उपाय सिखाए जा रहे हैं।
❓ अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
Q1. किन स्कूलों को धमकी मिली?
डीपीएस द्वारका, सर्वोदय सीनियर सेकेंडरी स्कूल (कुतुब मीनार) और कृष्णा मॉडल पब्लिक स्कूल (नजफगढ़) सहित कई स्कूलों को ईमेल से धमकी मिली।
Q2. क्या तलाशी में कोई बम बरामद हुआ?
नहीं, अभी तक किसी भी स्कूल या अस्पताल से कोई विस्फोटक सामग्री बरामद नहीं हुई है।
Q3. क्या यह पहली बार है जब स्कूलों को धमकी मिली?
नहीं, इससे पहले भी कई बार दिल्ली और एनसीआर के स्कूलों को इसी तरह की धमकियां मिली हैं, जो अफवाह साबित हुईं।
Q4. क्या अस्पताल और अदालतें भी निशाना बनीं?
हाँ, हाल ही में दिल्ली के मैक्स अस्पताल और दिल्ली हाईकोर्ट को भी धमकी भरे ईमेल भेजे गए थे।
Q5. पुलिस ने क्या कदम उठाए हैं?
पुलिस ने प्रभावित स्कूलों को खाली कराकर बम निरोधक दस्ते से जांच कराई। साथ ही साइबर फॉरेंसिक टीम धमकी देने वालों का पता लगाने की कोशिश कर रही है।
🏁 निष्कर्ष
दिल्ली के स्कूलों को मिली ताजा बम धमकी ने एक बार फिर सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। हालांकि अब तक यह सभी मामले झूठे साबित हुए हैं, लेकिन बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए इन्हें हल्के में नहीं लिया जा सकता।
पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां लगातार जांच में जुटी हैं और विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की घटनाओं से निपटने के लिए साइबर सुरक्षा को और मजबूत करना जरूरी है।
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