त्योहारी सीजन में ‘I Love Mohammed’ पोस्टर विवाद से देशभर में प्रदर्शन

उत्तर प्रदेश के कानपुर में ईद-ए-मिलाद-उन-नबी के दौरान लगाए गए ‘I Love Mohammed’ पोस्टर ने देशभर में विरोध प्रदर्शनों की लहर पैदा कर दी है। त्योहारों के मौसम में इस विवाद ने सामाजिक सौहार्द को लेकर चिंता बढ़ा दी है।

📍 विवाद की शुरुआत: कानपुर से देशव्यापी बहस तक

🕌 बरावफात के जुलूस में पोस्टर ने खींचा ध्यान

5 सितंबर 2025 को कानपुर के सैयद नगर में ईद-ए-मिलाद-उन-नबी के मौके पर मुस्लिम समुदाय द्वारा एक लाइट बोर्ड लगाया गया, जिस पर लिखा था—’I Love Mohammed’। यह बोर्ड हिंदू जागरण मार्ग पर लगाया गया था, जिससे स्थानीय हिंदू संगठनों ने आपत्ति जताई।

  • हिंदू पक्ष का आरोप: उनके जागरण पोस्टर को फाड़कर मुस्लिम समुदाय ने अपना पोस्टर लगाया।
  • मुस्लिम पक्ष का दावा: उनके पोस्टर को हिंदू पक्ष ने फाड़ा।

👮 पुलिस की कार्रवाई

  • रावतपुर थाने में 9 नामजद और 15 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज।
  • पुलिस का बयान: पोस्टर लगाने पर नहीं, बल्कि बिना अनुमति टेंट लगाने और सौहार्द बिगाड़ने पर कार्रवाई की गई।

🌐 देशभर में विरोध प्रदर्शन: कई राज्यों में तनाव

📌 प्रदर्शन की प्रमुख जगहें

  • उत्तर प्रदेश: कानपुर, उन्नाव, लखनऊ, बरेली, कौशांबी
  • महाराष्ट्र: नागपुर, मुंबई
  • तेलंगाना: हैदराबाद
  • गुजरात: गोधरा
  • उत्तराखंड: काशीपुर, उधम सिंह नगर

🔥 हिंसक घटनाएं और पुलिस पर पथराव

  • उन्नाव में जुलूस के दौरान उग्र नारेबाजी और पुलिस पर पथराव।
  • उत्तराखंड के काशीपुर में 400 लोगों की भीड़ ने पुलिस से भिड़ंत की, सरकारी वाहनों को नुकसान पहुंचाया।
  • गोधरा में पुलिस स्टेशन पर हमला, 17 गिरफ्तारियां और 80 से अधिक लोगों पर केस।

📱 सोशल मीडिया पर #ILoveMuhammad ट्रेंड

🗣️ डिजिटल अभियान की ताकत

  • ट्विटर (अब X), फेसबुक और व्हाट्सएप पर ‘I Love Muhammad’ हैशटैग ट्रेंड में।
  • कई लोगों ने अपने प्रोफाइल पिक्चर में यह स्लोगन लगाया।
  • धार्मिक विद्वानों ने इसे आस्था की अभिव्यक्ति बताया।

🧠 कानूनी और राजनीतिक प्रतिक्रियाएं

⚖️ पुलिस का पक्ष

  • पुलिस ने स्पष्ट किया कि पोस्टर पर कोई एफआईआर नहीं हुई।
  • कार्रवाई केवल नई परंपरा शुरू करने और सार्वजनिक स्थान पर बिना अनुमति टेंट लगाने को लेकर हुई।

🗳️ राजनीतिक बयानबाज़ी

  • AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा—”I Love Muhammad कहना अपराध नहीं है।”
  • समाजवादी पार्टी ने इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला बताया।
  • भाजपा नेताओं ने कानून-व्यवस्था बनाए रखने की बात कही।

📊 त्योहारों के मौसम में माहौल बिगड़ने की आशंका

🎉 संवेदनशील समय में विवाद

  • सितंबर-अक्टूबर में देशभर में कई धार्मिक त्योहार मनाए जाते हैं।
  • प्रशासन ने आशंका जताई कि यह विवाद माहौल को बिगाड़ सकता है।

🛑 प्रशासनिक कदम

  • कई शहरों में धारा 144 लागू।
  • अवैध निर्माणों पर बुलडोजर कार्रवाई।
  • सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों पर निगरानी।

📌 प्रमुख घटनाओं की टाइमलाइन

  1. 4 सितंबर: कानपुर में ‘I Love Mohammed’ पोस्टर लगाया गया।
  2. 9 सितंबर: एफआईआर दर्ज, 24 लोगों पर मामला।
  3. 15 सितंबर: ओवैसी का ट्वीट, विवाद को राष्ट्रीय स्तर पर पहुंचाया।
  4. 18–23 सितंबर: देशभर में प्रदर्शन, कई जगहों पर हिंसा।

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❓ FAQs

❓ ‘I Love Mohammed’ पोस्टर विवाद कब शुरू हुआ?

यह विवाद 4 सितंबर 2025 को कानपुर के सैयद नगर में बरावफात जुलूस के दौरान शुरू हुआ।

❓ क्या पोस्टर लगाने पर एफआईआर हुई?

नहीं, एफआईआर पोस्टर लगाने पर नहीं बल्कि बिना अनुमति टेंट लगाने और सौहार्द बिगाड़ने पर हुई।

❓ किन राज्यों में प्रदर्शन हुए?

उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, तेलंगाना, गुजरात और उत्तराखंड में विरोध प्रदर्शन हुए।

❓ सोशल मीडिया पर क्या प्रतिक्रिया रही?

‘I Love Muhammad’ हैशटैग ट्रेंड में रहा, कई लोगों ने इसे धार्मिक आस्था की अभिव्यक्ति बताया।

🔚 निष्कर्ष

कानपुर में शुरू हुआ ‘I Love Mohammed’ पोस्टर विवाद अब देशभर में धार्मिक और सामाजिक बहस का विषय बन चुका है। त्योहारों के मौसम में इस तरह की घटनाएं प्रशासन और समाज दोनों के लिए चुनौती बन रही हैं। पुलिस और प्रशासन ने कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सख्त कदम उठाए हैं, जबकि सोशल मीडिया पर यह मुद्दा धार्मिक स्वतंत्रता और अभिव्यक्ति के अधिकार से जुड़ा एक बड़ा विमर्श बन गया है।

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