ओडिशा के कटक जिले की हाई-सिक्योरिटी चौद्वार सर्कल जेल से दो विचाराधीन कैदी दशहरा की रात फिल्मी अंदाज में फरार हो गए। घटना ने जेल प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
🎆 घटना की पृष्ठभूमि: दशहरा उत्सव बना सुरक्षा में सेंध का कारण
दशहरा के मौके पर जेल परिसर में विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया था। रात करीब 1:30 बजे जब अधिकारी और कैदी उत्सव में व्यस्त थे, तभी दो कैदियों ने अपनी कोठरी से भागने की योजना को अंजाम दिया।
- घटना का समय: रात 1:30 बजे
- स्थान: चौद्वार सर्कल जेल, कटक, ओडिशा
- कैदियों के नाम: राजा साहनी और चंद्रकांत कुमार
- मूल निवासी: बिहार
- आरोप: हत्या और डकैती (जाजपुर जिले में आभूषण दुकान लूट और दो हत्याएं)
🧩 फरार होने की योजना: फिल्मी स्टाइल में दीवार फांदकर भागे
कैदियों ने अपनी कोठरी की लोहे की सलाखों को आरी से काटा और कंबल को रस्सी की तरह इस्तेमाल कर जेल की दीवार पर चढ़ गए। यह पूरी घटना उस समय हुई जब जेल में दशहरा का जश्न चल रहा था।
🔍 कैसे अंजाम दिया गया फरार होने का प्लान:
- आरी से सलाखें काटी गईं
- कंबल को रस्सी की तरह बांधा गया
- दीवार पर चढ़कर भाग निकले
- स्टाफ की नजर से बचते हुए बाहर निकल गए
🚨 प्रशासनिक कार्रवाई: दो अधिकारी निलंबित, जांच शुरू
जेल महानिदेशक सुशांत कुमार नाथ ने घटना स्थल का दौरा किया और सुरक्षा चूक को गंभीरता से लिया। दो वरिष्ठ जेल अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया।
📌 DG नाथ का बयान:
“सुरक्षा में चूक के लिए किसी को बख्शा नहीं जाएगा। यदि किसी अधिकारी की मिलीभगत सामने आती है, तो उनके खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया जाएगा।”
⚖️ जांच के मुख्य बिंदु:
- आरी जेल में कैसे पहुंची?
- स्टाफ की नजर से कैदी कैसे बच पाए?
- क्या अंदर से किसी ने मदद की?
🕵️♂️ सर्च ऑपरेशन: पुलिस ने जारी किया अलर्ट और इनाम
कटक पुलिस ने दोनों फरार कैदियों की तलाश में व्यापक सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है। चुदाखिया क्षेत्र में उन्हें आखिरी बार सुबह 3 बजे देखा गया था।
- इनाम की घोषणा: ₹50,000
- संभावित दिशा: बिहार, झारखंड या बंगाल
- स्थानीय इलाकों में अलर्ट जारी
🏛️ चौद्वार जेल की सुरक्षा पर सवाल: हाई-प्रोफाइल कैदियों की जेल में लापरवाही?
चौद्वार जेल में कई अंडरट्रायल और हाई-प्रोफाइल कैदी रखे जाते हैं। इस घटना ने जेल की सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी है।
🔐 जेल की विशेषताएं:
- हाई-सिक्योरिटी सेल
- CCTV निगरानी
- प्रशिक्षित स्टाफ
- नियमित निरीक्षण
📉 सुरक्षा में संभावित खामियां:
- स्टाफ की लापरवाही
- उपकरणों की कमी
- निगरानी तंत्र में चूक
- कैदियों की गतिविधियों पर कमजोर नियंत्रण
📊 राज्य सरकार की प्रतिक्रिया: सुरक्षा समीक्षा के निर्देश
राज्य सरकार ने जेलों की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करने और उसे मजबूत करने के निर्देश दिए हैं। चौद्वार जेल को विशेष निगरानी में रखा गया है।
🧱 संभावित सुधार उपाय:
- जेल स्टाफ की ट्रेनिंग
- हाई-टेक निगरानी उपकरण
- कैदियों की मनोवैज्ञानिक जांच
- नियमित सुरक्षा ऑडिट
❓ FAQs
Q1: चौद्वार जेल से कैदी कब और कैसे फरार हुए? A1: कैदी 3 अक्टूबर की रात 1:30 बजे आरी और कंबल की मदद से फरार हुए।
Q2: फरार कैदियों के नाम क्या हैं और उन पर क्या आरोप हैं? A2: राजा साहनी और चंद्रकांत कुमार, दोनों पर हत्या और डकैती के आरोप हैं।
Q3: क्या किसी अधिकारी पर कार्रवाई हुई है? A3: दो वरिष्ठ जेल अधिकारियों को निलंबित किया गया है।
Q4: क्या फरार कैदियों की जानकारी देने पर इनाम है? A4: हां, ₹50,000 का इनाम घोषित किया गया है।
Q5: राज्य सरकार ने क्या कदम उठाए हैं? A5: जेल सुरक्षा की समीक्षा और सुधार के निर्देश दिए गए हैं।
🧾 निष्कर्ष: सुरक्षा चूक ने खोली जेल प्रशासन की कमजोरियां
चौद्वार जेल से दो विचाराधीन कैदियों का फरार होना न केवल प्रशासनिक लापरवाही को उजागर करता है, बल्कि यह राज्य की जेल सुरक्षा प्रणाली पर भी गंभीर सवाल खड़े करता है। इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि हाई-सिक्योरिटी जेलों में भी सुधार की आवश्यकता है।
External Source: Patrika Report
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