वृंदावन के प्रसिद्ध संत प्रेमानंद महाराज की तबीयत बिगड़ने के बाद उनकी नियमित पदयात्रा को अनिश्चितकाल के लिए रोक दिया गया है। रोजाना डायलिसिस की आवश्यकता और बढ़ती स्वास्थ्य जटिलताओं ने उनके अनुयायियों को चिंतित कर दिया है।
🧘♂️ प्रेमानंद महाराज की स्वास्थ्य स्थिति 📉
📌 क्या है वर्तमान स्वास्थ्य अपडेट?
- महाराज जी को पॉलीसिस्टिक किडनी डिजीज है, जो 2006 से सक्रिय है।
- दोनों किडनियां काम नहीं कर रही हैं, जिसके चलते रोजाना डायलिसिस की आवश्यकता है।
- पहले सप्ताह में पांच दिन डायलिसिस होता था, अब यह प्रतिदिन किया जा रहा है।
- शरीर में सूजन, आंखों में लालिमा और चेहरे पर थकान स्पष्ट रूप से देखी जा रही है।
🏥 इलाज की व्यवस्था
- श्री कृष्ण शरणम् सोसाइटी में दो फ्लैट हैं—एक निवास के लिए, दूसरा डायलिसिस के लिए।
- छह डॉक्टरों की टीम उनकी देखरेख में लगी है।
- ऑस्ट्रेलिया से एक कार्डियोलॉजिस्ट और उनकी पत्नी सेवा में समर्पित हैं।
🚶♂️ पदयात्रा स्थगन: भक्तों की भावनाएं 😢
📢 आधिकारिक घोषणा
- श्री काली कुंज आश्रम ने अनिश्चितकालीन स्थगन की घोषणा की है।
- भक्तों से अनुरोध किया गया है कि वे मार्ग पर प्रतीक्षा न करें और महाराज जी के स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें।
🙏 भक्तों की प्रतिक्रिया
- हजारों भक्त रोजाना दर्शन के लिए आते थे।
- सप्ताह के दिनों में संख्या 20,000 तक और त्योहारों में 3 लाख से अधिक हो जाती थी।
- अब भक्तों की आंखों में आंसू हैं, और वे महाराज जी के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना कर रहे हैं।
🧬 बीमारी का इतिहास और संघर्ष 💉
📅 कब शुरू हुई बीमारी?
- वर्ष 2006 में पेट दर्द के बाद बीमारी का पता चला।
- कानपुर और दिल्ली के डॉक्टरों ने गंभीर किडनी क्षति की पुष्टि की।
- महाराज जी ने अपनी किडनियों को राधा और कृष्ण नाम दिया, भक्ति का प्रतीक।
🧘♀️ जीवनशैली में बदलाव
- महाराज जी ने राधा नाम जप को जीवन का आधार बना लिया।
- सीमित आहार: आधा रोटी और थोड़ी सब्जी।
- रात 2 बजे उठकर ध्यान और भक्ति में लीन रहते हैं।
🌍 देश-विदेश से श्रद्धा और सेवा 🤝
🎥 सेलिब्रिटी श्रद्धा
- शिल्पा शेट्टी और राज कुंद्रा ने किडनी दान की पेशकश की।
- दिनेश फलाहारी बाबा और आरिफ खान चिश्ती ने भी किडनी दान की इच्छा जताई।
- विराट कोहली, अनुष्का शर्मा, हंसराज रघुवंशी, कन्हैया मित्तल जैसे नामी हस्तियां दर्शन के लिए आती हैं。
📖 प्रेमानंद महाराज का जीवन परिचय 🧓
🏡 प्रारंभिक जीवन
- जन्म: कानपुर के अकरी गांव में, नाम: अनिरुद्ध कुमार पांडे।
- 13 वर्ष की आयु में घर त्यागकर आध्यात्मिक मार्ग पर चल पड़े।
- परिवार में हर पीढ़ी में एक संत होने की परंपरा रही है।
🛕 आध्यात्मिक यात्रा
- सरसौल, बिठूर, काशी और अंततः वृंदावन की यात्रा।
- गुरु गौरी शरण जी महाराज के सान्निध्य में 15 महीने ध्यान और अनुष्ठान।
- कई दिनों तक बिना भोजन और जल के तपस्या।
🕯️ दैनिक दिनचर्या और भक्ति अभ्यास 📿
- सुबह 2 बजे श्री कृष्ण शरणम् सोसाइटी से काली कुंज आश्रम तक 2 किलोमीटर पदयात्रा।
- हजारों भक्त मार्ग पर प्रतीक्षा करते हैं।
- राधा नाम जप और अनुशासित जीवनशैली से सभी को प्रेरणा मिलती है।
📢 भक्तों के लिए संदेश और अपील 💌
📜 महाराज जी का भावुक संदेश
“कष्ट है, घबराहट भी है, लेकिन बहुत कृपा है। हम बहुत अच्छे हैं। आप सब प्रसन्न रहिए, जल्दी ही मिलेंगे।”
- यह संदेश उनके आधिकारिक इंस्टाग्राम पर साझा किया गया।
- भक्तों से नाम जप और प्रसन्नता बनाए रखने की अपील।
❓ FAQs
Q1: प्रेमानंद महाराज को कौन-सी बीमारी है?
A1: उन्हें पॉलीसिस्टिक किडनी डिजीज है, जिससे दोनों किडनियां खराब हो चुकी हैं।
Q2: क्या उनकी पदयात्रा फिर से शुरू होगी?
A2: स्वास्थ्य में सुधार होने पर पदयात्रा फिर से शुरू की जा सकती है।
Q3: क्या महाराज जी अस्पताल में भर्ती हैं?
A3: नहीं, उनका इलाज उनके निवास स्थान पर ही हो रहा है।
Q4: क्या कोई किडनी दान कर रहा है?
A4: हां, कई भक्तों और हस्तियों ने किडनी दान की पेशकश की है।
🔚 निष्कर्ष: श्रद्धा, सेवा और संयम का समय
प्रेमानंद महाराज की बिगड़ती तबीयत ने उनके लाखों अनुयायियों को भावुक कर दिया है। हालांकि वे स्वास्थ्य चुनौतियों से जूझ रहे हैं, उनका भक्ति भाव और अनुशासन आज भी प्रेरणा का स्रोत बना हुआ है। यह समय सेवा से अधिक प्रार्थना और संयम का है।
External Source: Patrika Report
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