मध्यप्रदेश के ग्वालियर से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक महिला सोशल मीडिया पर बने प्रेम संबंध के चलते अपने 9 वर्षीय बेटे के साथ पाकिस्तान सीमा तक पहुंच गई। तीन महीने बाद पुलिस ने तकनीकी माध्यमों से उसे खोजकर परिवार से मिलवाया।
🧩 सोशल मीडिया प्रेम का जाल
💔 पति को छोड़ प्रेमी के साथ जाने की योजना
- कुलविंदर कौर (परिवर्तित नाम), मूल रूप से अमृतसर की निवासी हैं।
- उनकी शादी डबरा के पिछोर क्षेत्र में हुई थी।
- सोशल मीडिया पर एक युवक से दोस्ती हुई जिसने खुद को अमृतसर का निवासी बताया।
- युवक ने शादी का वादा किया और कुलविंदर को अपने पति को छोड़ने के लिए प्रेरित किया।
- कुलविंदर ने बेटे को पढ़ाने का बहाना बनाकर बहोड़ापुर में किराए का मकान लिया।
- 24 जुलाई 2025 को वह पति को सोता छोड़ बेटे के साथ प्रेमी से मिलने निकल गई।
🛣️ सफर जो पाकिस्तान सीमा तक पहुंचा
🏚️ गुरुद्वारों में शरण, प्रेमी ने किया धोखा
- कुलविंदर के आने की खबर मिलते ही युवक ने मोबाइल बंद कर दिया और गायब हो गया।
- महिला अमृतसर, गुरदासपुर और भटिंडा में बेटे संग भटकती रही।
- कई गुरुद्वारों में शरण ली और वहीं से जीवन यापन किया।
- इसी दौरान उसकी मुलाकात खागर गांव के ड्राइवर सतविंदर सिंह से हुई।
- सतविंदर ने मदद का भरोसा दिया और महिला-बेटे को अपने साथ रख लिया।
👮♂️ पुलिस की डिजिटल सूझबूझ
📱 इंस्टाग्राम से बनी दोस्ती, फिर हुआ रेस्क्यू
- बहोड़ापुर थाने के हवलदार जयराम यादव को केस की जिम्मेदारी दी गई।
- महिला का मोबाइल सक्रिय था लेकिन सिम तोड़ दी गई थी।
- वाईफाई से इंस्टाग्राम आईडी चालू थी।
- हवलदार ने अपनी पहचान छिपाकर इंस्टाग्राम पर हमदर्द बनकर दोस्ती की।
- बातचीत के दौरान महिला ने बताया कि वह पाकिस्तान सीमा के पास है और कहनुवान गांव में मिल सकती है।
- तय तारीख पर हवलदार महिला के पति और ससुराल वालों को लेकर कहनुवान पहुंचे।
- स्थानीय पुलिस की मदद से महिला और बेटे को बरामद कर परिजनों को सौंपा गया।
📌 घटना की प्रमुख बातें
- महिला ने प्रेमी के झांसे में आकर घर छोड़ा।
- तीन महीने तक गुरुद्वारों में रही और सीमा तक पहुंच गई।
- पुलिस ने इंस्टाग्राम के जरिए महिला से संपर्क किया।
- कहनुवान गांव में महिला और बेटे को बरामद किया गया।
- महिला ने बताया कि वह किसी दबाव में नहीं थी, खुद से घर छोड़ा।
🌐 घटना का सामाजिक और डिजिटल विश्लेषण
🧠 सोशल मीडिया के प्रभाव और खतरे
- सोशल मीडिया पर रिश्तों की शुरुआत आसान होती है लेकिन कई बार धोखा भी मिलता है।
- डिजिटल प्लेटफॉर्म पर पहचान छिपाना आसान है, जिससे धोखाधड़ी की संभावना बढ़ जाती है।
- इस घटना ने दिखाया कि कैसे पुलिस ने तकनीकी माध्यमों का सकारात्मक उपयोग किया।
❓FAQs
Q1. महिला ने घर क्यों छोड़ा था?
A1. सोशल मीडिया पर बने प्रेम संबंध के चलते महिला ने पति को छोड़ने का फैसला किया।
Q2. महिला और बेटा कहां मिले?
A2. पंजाब के गुरदासपुर जिले के कहनुवान गांव में, जो पाकिस्तान सीमा के पास है।
Q3. पुलिस ने महिला को कैसे खोजा?
A3. इंस्टाग्राम पर हमदर्द बनकर दोस्ती की और लोकेशन की जानकारी प्राप्त की।
Q4. क्या महिला किसी अपराध की शिकार थी?
A4. नहीं, महिला ने खुद से घर छोड़ा और किसी दबाव में नहीं थी।
🧾 निष्कर्ष
ग्वालियर की यह घटना सोशल मीडिया के प्रभाव और पुलिस की डिजिटल सूझबूझ का उदाहरण है। महिला ने प्रेम के चलते घर छोड़ा लेकिन अंततः पुलिस ने उसे सुरक्षित परिवार से मिलवाया। यह मामला समाज में डिजिटल जागरूकता और सतर्कता की आवश्यकता को दर्शाता है
External Source: Patrika Report
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