रणबीर कपूर का ईमानदार बयान नेपोटिज्म पर
बॉलीवुड अभिनेता रणबीर कपूर ने हाल ही में ‘Celebrate Cinema 2025’ फिल्म समारोह में नेपोटिज्म पर खुलकर बात की। उन्होंने स्वीकार किया कि कपूर परिवार से जुड़ाव ने उन्हें इंडस्ट्री में शुरुआती मौके दिलाए, लेकिन टिके रहने के लिए मेहनत और खुद की पहचान बनाना जरूरी था।
🏛️ ‘Celebrate Cinema 2025’ में रणबीर कपूर की मौजूदगी
रणबीर कपूर ने सुभाष घई के ‘Whistling Woods International’ में आयोजित ‘Celebrate Cinema 2025’ फेस्टिवल में हिस्सा लिया। यह आयोजन ‘राज कपूर और गुरु दत्त को श्रद्धांजलि’ सेशन के तहत हुआ था।
- आयोजन स्थल: Whistling Woods Institute, मुंबई
- सेशन विषय: राज कपूर और गुरु दत्त को श्रद्धांजलि
- मुख्य वक्ता: रणबीर कपूर
🗣️ रणबीर कपूर का बयान: “मैं नेपोटिज्म की उपज हूं”
रणबीर कपूर ने कहा:
“मैं नेपोटिज्म की उपज हूं और मुझे जीवन में शुरुआत बहुत आसान मिली। लेकिन अगर मैंने मेहनत नहीं की होती और अपनी अलग पहचान नहीं बनाई होती, तो मैं इंडस्ट्री में टिक नहीं पाता।”
उन्होंने यह भी जोड़ा कि फिल्मी परिवार से जुड़ाव एक वरदान हो सकता है, लेकिन सफलता को बनाए रखना एक चुनौती है।
🏠 कपूर परिवार का माहौल और बचपन की यादें
रणबीर ने अपने बचपन के अनुभव साझा करते हुए बताया कि उनके घर में बहसें सामान्य घरेलू मुद्दों पर नहीं, बल्कि फिल्मों, गीतों और स्क्रिप्ट्स पर होती थीं।
🎵 घर का माहौल:
- संगीतकार, गीतकार और निर्देशक अक्सर घर आते थे
- राज कपूर की फिल्मों के लिए गीतों पर बहस होती थी
- सिनेमा को टीमवर्क के रूप में देखने की समझ बचपन से मिली
📉 सफलता और असफलता दोनों से सीख
रणबीर ने कहा कि कपूर परिवार की सफलताओं का जश्न मनाया जाता है, लेकिन असफलताओं से मिलने वाले सबक भी उतने ही महत्वपूर्ण हैं।
“आप लोग हमारे परिवार की सफलताओं का जश्न मनाते हैं, लेकिन असफलताएं भी बहुत रही हैं। उनसे भी सीखना जरूरी है।”
🎓 युवा कलाकारों के लिए रणबीर की सलाह
रणबीर कपूर ने युवा कलाकारों को सलाह दी कि इंडस्ट्री में टिके रहने के लिए मेहनत, लचीलापन और अपनी अलग पहचान बनाना जरूरी है।
🔑 सफलता के मंत्र:
- मेहनत को प्राथमिकता दें
- विरासत को सहारा मानें, लेकिन पहचान खुद बनाएं
- टीमवर्क को समझें
- असफलताओं से सीखें
- अनुशासन और निरंतरता बनाए रखें
🎥 रणबीर कपूर के आगामी प्रोजेक्ट्स
रणबीर कपूर अब कई बड़े प्रोजेक्ट्स में नजर आने वाले हैं, जिनमें ऐतिहासिक और रोमांटिक दोनों तरह की फिल्में शामिल हैं।
📽️ आने वाली फिल्में:
- ‘Love and War’: संजय लीला भंसाली की फिल्म, सहकलाकार आलिया भट्ट और विक्की कौशल
- ‘रामायण’: नितेश तिवारी की फिल्म, रणबीर भगवान राम की भूमिका में
- ‘Animal Park’ और ‘Dhoom 4’: चर्चा में हैं, लेकिन आधिकारिक पुष्टि नहीं
🌐 नेपोटिज्म पर बॉलीवुड में बहस
नेपोटिज्म यानी पारिवारिक जुड़ाव से मिलने वाले अवसरों पर बॉलीवुड में लंबे समय से बहस चल रही है। रणबीर कपूर का बयान इस बहस को एक नया दृष्टिकोण देता है।
📊 नेपोटिज्म के पक्ष और विपक्ष:
- पक्ष में: शुरुआती मौके मिलते हैं, इंडस्ट्री में एंट्री आसान
- विपक्ष में: प्रतिभा और मेहनत के बिना टिकना मुश्किल
- रणबीर का दृष्टिकोण: नाम से शुरुआत होती है, लेकिन पहचान खुद बनानी पड़ती है
📚 FAQs
❓ रणबीर कपूर ने नेपोटिज्म पर क्या कहा?
उन्होंने कहा कि वे नेपोटिज्म की उपज हैं, लेकिन इंडस्ट्री में टिके रहने के लिए मेहनत और खुद की पहचान जरूरी है।
❓ ‘Celebrate Cinema 2025’ का आयोजन कहां हुआ?
यह आयोजन सुभाष घई के ‘Whistling Woods Institute’, मुंबई में हुआ।
❓ रणबीर कपूर की आने वाली फिल्में कौन-सी हैं?
‘Love and War’, ‘रामायण’, ‘Animal Park’, और ‘Dhoom 4’ जैसे प्रोजेक्ट्स चर्चा में हैं।
❓ क्या रणबीर कपूर ने नेपोटिज्म को सही ठहराया?
नहीं, उन्होंने इसे एक शुरुआत बताया, लेकिन टिके रहने के लिए मेहनत को जरूरी माना।
🔚 निष्कर्ष: नाम से नहीं, काम से बनती है पहचान
रणबीर कपूर का बयान इस बात को स्पष्ट करता है कि बॉलीवुड में पारिवारिक जुड़ाव एक शुरुआत हो सकती है, लेकिन सफलता और सम्मान केवल मेहनत, अनुशासन और प्रतिभा से ही मिलते हैं। उनका अनुभव युवा कलाकारों के लिए एक प्रेरणा है।
External Source: Patrika Report
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