बेटी गड्ढे में गिरी, पिता सड़क पर कीचड़ में लेटा – कानपुर का वीडियो इंटरनेट पर वायरल
उत्तर प्रदेश के कानपुर से एक बेहद मार्मिक और चिंताजनक मामला सामने आया है। एक पिता ने अपनी मासूम बेटी की सुरक्षा के लिए ऐसा कदम उठाया कि हर किसी की आंखें नम हो गईं। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो में वह सड़क के बीचों-बीच कीचड़ से भरे गड्ढे में लेटा हुआ नजर आता है। उसका सिर्फ एक ही मकसद है – टूटी फूटी सड़क की मरम्मत कराई जाए, जिससे स्कूल जाने वाले बच्चों को परेशानी और खतरा न उठाना पड़े।
क्या है वायरल वीडियो की पूरी कहानी?
यह वायरल वीडियो कानपुर शहर के एक ऐसे इलाके का है, जहां की सड़क बारिश के बाद कीचड़ और गड्ढों से भर जाती है। वीडियो में एक व्यक्ति को सड़क पर बिछी चटाई पर लेटे हुए देखा जा सकता है, जबकि वह “भारत माता की जय” के नारे लगा रहा है। इस व्यक्ति की पहचान एक परेशान पिता के रूप में हुई है, जिसकी छोटी बच्ची हाल ही में इसी सड़क पर एक गड्ढे में गिर गई थी।
प्रशासन से शिकायत कर थक चुका है पिता
प्रदर्शनकारी पिता का कहना है कि वह कई बार स्थानीय जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों से सड़क की मरम्मत के लिए गुहार लगा चुका है। उसने बताया:
“भैया, कई महीनों से सड़क खराब है। पार्षद, विधायक, मंत्री – सबको बोल चुका हूं, लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं है। स्कूल जाने वाले बच्चों को रोज़ाना दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। कई बार बच्चे गिर जाते हैं, साइकिलें टूट जाती हैं। बारिश के दिनों में हालत और भी खराब हो जाती है। लेकिन किसी को कोई फर्क नहीं पड़ता।”
उसने यह भी बताया कि यह इलाका इदवई नगर और महाराजपुर विधानसभा क्षेत्र में आता है, जहां से सतीश महाना विधायक हैं। बावजूद इसके, सड़क निर्माण को लेकर अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
हजारों बच्चों की सुरक्षा से जुड़ा मामला
प्रदर्शनकारी के मुताबिक, इस सड़क से रोज़ाना हजारों बच्चे स्कूल जाते हैं। खराब सड़कें उनके लिए खतरा बन चुकी हैं। न केवल बच्चों की साइकिलें और वाहन खराब होते हैं, बल्कि बारिश के मौसम में बच्चे कीचड़ में भीगकर स्कूल पहुंचते हैं। छोटी-छोटी समस्याओं की अनदेखी अब बड़ी समस्या बन गई है।
विरोध का अनोखा अंदाज बना चर्चा का विषय
कानपुर में यह विरोध प्रदर्शन अब चर्चा का विषय बन गया है। सोशल मीडिया पर लोग इस पिता की हिम्मत को सराह रहे हैं और सरकार से सवाल पूछ रहे हैं कि आखिर कब तक नागरिकों को इस तरह सड़कों पर उतरकर अपने हक के लिए संघर्ष करना पड़ेगा?
क्या अब जागेगा प्रशासन?
इस वायरल वीडियो के बाद उम्मीद है कि प्रशासन और जनप्रतिनिधि इस गंभीर मुद्दे पर तुरंत कार्रवाई करेंगे। आम जनता की बुनियादी सुविधाओं के प्रति यह उपेक्षा गंभीर चिंता का विषय है। यह घटना एक बार फिर यह जांचने को मजबूर करती है कि क्या विकास के ऊंचे दावे करने वाले नेता वास्तव में ज़मीन पर मौजूद चुनौतियों से अवगत हैं?