भोजपुरी ब्लॉकबस्टर जिसने इंडस्ट्री की किस्मत बदल दी! ‘ससुरा बड़ा पईसावाला’ ने 30 लाख में कमाए 36 करोड़, 65 हफ्ते तक थिएटर्स में मचाया धमाल!

30 लाख का सपना, 36 करोड़ की हकीकत – जब मनोज तिवारी और रानी चटर्जी ने रचा इतिहास

भोजपुरी सिनेमा को लेकर अक्सर कहा जाता है कि यहां कंटेंट की कमी रहती है या फिल्मों की उम्र बहुत कम होती है। लेकिन साल 2003 में रिलीज हुई एक फिल्म ने इस सोच को पूरी तरह बदल दिया। नाम था – ‘ससुरा बड़ा पईसावाला’, जिसने न सिर्फ भोजपुरी दर्शकों का दिल जीत लिया, बल्कि इंडस्ट्री के लिए भी एक नई राह खोल दी। इस फिल्म ने ये साबित कर दिया कि अगर कहानी दमदार हो, किरदारों में जान हो और निर्देशन सधा हुआ हो, तो कोई भी क्षेत्रीय सिनेमा कम नहीं है।


कौन सी थी ये ऐतिहासिक फिल्म?

‘ससुरा बड़ा पईसावाला’ एक रोमांटिक-ड्रामा फिल्म थी, जिसमें मनोज तिवारी और रानी चटर्जी की जोड़ी ने धमाल मचा दिया था। इस फिल्म का निर्देशन किया था अजय सिन्हा ने, जो अपने समय के बेहद चर्चित डायरेक्टर माने जाते हैं।

इस फिल्म के बारे में खास बात ये रही कि इसका बजट केवल 30 लाख रुपये था। लेकिन जब इसकी कमाई की बात आई तो सबकी आंखें फटी की फटी रह गईं — इसने 36 करोड़ रुपये का बिज़नेस किया, वो भी सिर्फ भोजपुरी सिनेमा के माध्यम से!


65 हफ्तों तक चला सिनेमाघरों में – आज भी मिसाल

जहां अधिकतर भोजपुरी फिल्में रिलीज़ के कुछ हफ्तों बाद ही पर्दे से उतर जाती हैं, वहीं ‘ससुरा बड़ा पईसावाला’ ने लगभग 65 हफ्तों तक लगातार थिएटर्स में टिककर इतिहास रच दिया। इसने न सिर्फ दर्शकों को बांधे रखा, बल्कि पूरे देश में भोजपुरी सिनेमा की प्रतिष्ठा को एक नया स्तर दिया।

इस फिल्म को लेकर एक कहावत बन गई — “अगर कंटेंट दमदार हो, तो भाषा दीवार नहीं होती।”


फिल्म की कहानी – जब प्यार बना बगावत

फिल्म की कहानी एक ऐसे लड़के (मनोज तिवारी) और लड़की (रानी चटर्जी) की है, जो एक-दूसरे से बेइंतहा मोहब्बत करते हैं। लेकिन, उनके परिवार इस रिश्ते के खिलाफ होते हैं। तमाम विरोधों के बावजूद, दोनों शादी कर लेते हैं। इसके बाद परिवारों के बीच तनाव और झगड़े की स्थिति बनती है। लेकिन अंततः, फिल्म एक खूबसूरत हैप्पी एंडिंग के साथ खत्म होती है।

यह कहानी भले ही साधारण लगे, लेकिन इसकी प्रस्तुति, संवाद, गाने और अभिनय ने इसे यादगार बना दिया।


मनोज तिवारी की पहचान बनी ये फिल्म

भोजपुरी अभिनेता और गायक मनोज तिवारी के लिए यह फिल्म मील का पत्थर साबित हुई। इस फिल्म ने उन्हें घर-घर में लोकप्रिय बना दिया। वहीं रानी चटर्जी भी इस फिल्म से रातों-रात स्टार बन गईं। इस फिल्म के बाद इन दोनों कलाकारों ने भोजपुरी सिनेमा में कई और हिट्स दीं।


गानों ने भी जीता दर्शकों का दिल

‘ससुरा बड़ा पईसावाला’ के गाने भी उतने ही लोकप्रिय हुए जितनी कि फिल्म। चाहे वह रोमांटिक ट्रैक हो या शादी-ब्याह के गीत – हर गाना लोगों की जुबां पर चढ़ गया था। उस समय के भोजपुरी एल्बम मार्केट में भी इस फिल्म के गानों की खूब बिक्री हुई थी।


भोजपुरी सिनेमा को दी नई पहचान

इस फिल्म की ऐतिहासिक सफलता ने भोजपुरी सिनेमा को उस समय की मुख्यधारा सिनेमा से जोड़ने का काम किया। इसने प्रोड्यूसर्स को दिखाया कि भोजपुरी इंडस्ट्री में भी बड़ा रिटर्न संभव है, बशर्ते प्रोडक्ट क्वालिटी हो।


निष्कर्ष – एक फिल्म जो बन गई प्रेरणा

ससुरा बड़ा पईसावाला’ महज एक फिल्म नहीं थी, बल्कि एक सशक्त बदलाव की शुरुआत थी। इसने यह साबित कर दिया कि क्षेत्रीय सिनेमा भी व्यापक दर्शकों को आकर्षित कर सकता है। आज भी यह फिल्म भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी हुई है।

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