LOAN नहीं चुका पा रहे हैं? अब डरने की ज़रूरत नहीं – RBI के नए नियमों से मिलेगी राहत
LOAN नहीं चुका पा रहे हैं? भारत में लाखों लोग किसी न किसी रूप में कर्ज़ लेते हैं—चाहे वह पर्सनल लोन हो, होम लोन, या क्रेडिट कार्ड का बकाया। लेकिन जब किसी कारणवश कर्ज़ चुकाना मुश्किल हो जाता है, तो रिकवरी एजेंट्स की धमकी और दबाव एक अलग ही मानसिक तनाव पैदा करता है। अब इस स्थिति में राहत देने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने कुछ अहम बदलाव किए हैं।
“कर्ज़ नहीं चुका पा रहे हैं? RBI ने क्या नए नियम बनाए हैं?
2025 में RBI ने कर्ज़ वसूली की प्रक्रिया को लेकर नए दिशानिर्देश जारी किए हैं। इनका मकसद है कि कर्ज़दारों को मानसिक और भावनात्मक रूप से परेशान न किया जाए। अब रिकवरी एजेंट्स को कुछ सीमाओं का पालन करना अनिवार्य होगा:
- सुबह 9 बजे से पहले और रात 6 बजे के बाद कोई कॉल या विज़िट नहीं
- धमकी, गाली-गलौज या डराने-धमकाने की भाषा पर पूर्ण प्रतिबंध
- महिला कर्ज़दारों से बातचीत के लिए महिला एजेंट की अनिवार्यता
- कर्ज़दार की निजता का सम्मान—पड़ोसियों या रिश्तेदारों को जानकारी देना गैरकानूनी
क्यों ज़रूरी थे ये बदलाव?
“LOAN नहीं चुका पा रहे हैं? पिछले कुछ वर्षों में ऐसे कई मामले सामने आए जहां रिकवरी एजेंट्स ने कर्ज़दारों को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया। कुछ मामलों में तो आत्महत्या तक की नौबत आ गई। इन घटनाओं ने RBI को सख्त कदम उठाने पर मजबूर किया।
आपके अधिकार क्या हैं?
अगर आप किसी बैंक या NBFC से लोन लिए हैं और उसे समय पर नहीं चुका पा रहे हैं, तो आपके पास कुछ कानूनी अधिकार हैं:
- रिकवरी एजेंट्स से बातचीत का समय तय करने का अधिकार आप उन्हें बता सकते हैं कि किस समय आप उपलब्ध हैं।
- रिकवरी एजेंट्स की पहचान मांगने का अधिकार वे जब भी आपके पास आएं, तो उनका ID कार्ड देखना आपका अधिकार है।
- शालीन व्यवहार की मांग कोई भी एजेंट आपको अपशब्द नहीं कह सकता या धमका नहीं सकता।
- कर्ज़ पुनर्गठन का विकल्प अगर आपकी आर्थिक स्थिति खराब है, तो आप बैंक से लोन री-स्ट्रक्चरिंग की मांग कर सकते हैं।
क्या करें अगर रिकवरी एजेंट परेशान करें?
अगर कोई एजेंट आपको बार-बार कॉल कर रहा है, धमका रहा है या आपके परिवार को परेशान कर रहा है, तो आप इन कदमों को उठा सकते हैं:
- बैंक को लिखित शिकायत करें सबसे पहले उस बैंक या NBFC को ईमेल या पत्र लिखें जिससे आपने लोन लिया है।
- आप RBI की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर Consumer Education and Protection Cell में अपनी शिकायत ऑनलाइन दर्ज कर सकते हैं।
- पुलिस में FIR दर्ज करें अगर मामला गंभीर है, तो आप स्थानीय पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
- लोक अदालत या उपभोक्ता अदालत का सहारा लें कानूनी रास्ते से आप न्याय पा सकते हैं।
क्या बैंक वसूली के लिए संपत्ति ज़ब्त कर सकते हैं?
अगर आपने सिक्योर्ड लोन लिया है—जैसे होम लोन या कार लोन—तो बैंक आपकी संपत्ति को ज़ब्त कर सकता है, लेकिन इसके लिए भी उन्हें कानूनी प्रक्रिया का पालन करना होगा। बिना नोटिस दिए या कोर्ट के आदेश के बिना कोई भी संपत्ति ज़ब्त करना गैरकानूनी है।
मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखें
कर्ज़ का बोझ केवल आर्थिक नहीं होता, यह मानसिक रूप से भी व्यक्ति को प्रभावित करता है। अगर आप तनाव में हैं, तो किसी काउंसलर से बात करें। परिवार और दोस्तों से मदद लें। याद रखें, कर्ज़ चुकाना ज़रूरी है, लेकिन आपकी ज़िंदगी उससे कहीं ज़्यादा कीमती है।
समाधान की ओर कदम बढ़ाएं
- बजट बनाएं और खर्चों पर नियंत्रण रखें
- बैंक से EMI कम करने की बात करें
- एक से ज़्यादा लोन हैं तो कर्ज़ समेकन (Debt Consolidation) का विकल्प चुनें
- ऑनलाइन फाइनेंशियल एडवाइज़र से सलाह लें
निष्कर्ष: अब कर्ज़दारों की आवाज़ सुनी जाएगी
RBI के नए नियमों से यह साफ है कि अब कर्ज़दारों को डराने-धमकाने का दौर खत्म होना चाहिए। बैंक और NBFC को वसूली के लिए शालीन और कानूनी तरीका अपनाना होगा। अगर आप भी किसी कर्ज़ के बोझ तले दबे हैं, तो अब समय है अपने अधिकारों को जानने और उनका इस्तेमाल करने का।