दिवाली सिर्फ रोशनी और मिठाइयों का पर्व नहीं है, बल्कि यह घर की शुद्धता और सकारात्मक ऊर्जा को आमंत्रित करने का अवसर भी है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, सही दिशा और नियमों के साथ की गई सफाई से पूरे वर्ष सुख-समृद्धि बनी रहती है।
🏠 दिवाली पर घर की सफाई: वास्तु के अनुसार क्या करें और क्या न करें?
वास्तु शास्त्र में दिवाली की सफाई को विशेष महत्व दिया गया है। लेकिन कई बार लोग अनजाने में ऐसी गलतियां कर बैठते हैं जो बरकत के रास्ते में बाधा बन जाती हैं।
⏰ 1. बंद या खराब घड़ियां हटाएं
- दीवार पर टंगी बंद या खराब घड़ियां समय के ठहराव का प्रतीक होती हैं।
- ये जीवन की प्रगति में रुकावट ला सकती हैं।
- दिवाली से पहले इन्हें ठीक करवाएं या घर से हटा दें।
🪔 2. खंडित मूर्तियों का विसर्जन करें
- देवी-देवताओं की टूटी मूर्तियां घर में रखना अशुभ माना जाता है।
- इन्हें किसी नदी या तालाब में श्रद्धापूर्वक विसर्जित करें।
- इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है।
🧹 3. छत और बालकनी में कबाड़ न रखें
- छत पर टूटे सामान या बेकार वस्तुएं नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करती हैं।
- इससे आर्थिक स्थिति पर भी असर पड़ता है।
- दिवाली से पहले छत और बालकनी को पूरी तरह साफ करें।
🌅 4. सफाई का सही समय चुनें
- वास्तु के अनुसार ब्रह्म मुहूर्त (सुबह 4–6 बजे) और सूर्यास्त के समय झाड़ू लगाना वर्जित है।
- इन समयों में सफाई करने से मां लक्ष्मी की कृपा कम हो सकती है।
🪞 5. टूटा हुआ शीशा तुरंत हटाएं
- टूटे शीशे से नकारात्मक ऊर्जा फैलती है।
- यह पारिवारिक तनाव और मानसिक अशांति का कारण बन सकता है।
- दिवाली से पहले सभी शीशों की जांच करें।
🧼 6. घर की गंदगी से बचें
- गंदगी से वास्तु दोष उत्पन्न होता है।
- मां लक्ष्मी साफ-सुथरे स्थान पर ही निवास करती हैं।
- दिवाली पर हर कोना चमकना चाहिए।
🔌 7. बेकार इलेक्ट्रॉनिक सामान हटाएं
- पुराने मोबाइल, लैपटॉप, मिक्सर आदि जो काम नहीं आते, उन्हें घर में रखना ऊर्जा को बाधित करता है।
- इन्हें रीसायकल करें या दान दें।
📋 अन्य जरूरी वास्तु टिप्स जो दिवाली पर बरकत बढ़ा सकते हैं
🚪 मुख्य द्वार की सजावट
- मुख्य द्वार को साफ रखें और रंगोली या तोरण से सजाएं।
- यह शुभ ऊर्जा को आमंत्रित करता है।
🧭 उत्तर-पूर्व दिशा की सफाई
- यह दिशा आध्यात्मिक ऊर्जा की मानी जाती है।
- यहां भारी सामान या इलेक्ट्रॉनिक्स न रखें।
🍽️ रसोईघर की सफाई
- रसोईघर को व्यवस्थित रखें।
- पुराने मसाले, टूटी बर्तन और खराब खाद्य सामग्री हटा दें।
🛏️ बेडरूम में साफ-सफाई
- बेड के नीचे सामान न रखें।
- हल्के रंग की चादरें और सादगीपूर्ण सजावट अपनाएं।
📚 वास्तु शास्त्र का वैज्ञानिक पक्ष
वास्तु शास्त्र केवल धार्मिक मान्यता नहीं, बल्कि ऊर्जा संतुलन का विज्ञान है। इसके अनुसार:
- घर के पांच तत्वों (पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु, आकाश) का संतुलन जरूरी है।
- सफाई से इन तत्वों की ऊर्जा सक्रिय होती है।
- सकारात्मक ऊर्जा से मानसिक शांति और आर्थिक समृद्धि आती है।
🌐 एक्सपर्ट्स की राय
डॉ. राघव मिश्रा, वास्तु सलाहकार के अनुसार:
“दिवाली पर की गई गहन सफाई न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से बल्कि मानसिक और आर्थिक दृष्टि से भी लाभकारी होती है। सही दिशा में की गई सफाई से ऊर्जा का प्रवाह बेहतर होता है।”Source: Aquire AcresSource: Times Now
❓ FAQs
Q1. दिवाली पर सफाई का सबसे शुभ समय कौन सा है?
ब्राह्म मुहूर्त के बाद सुबह का समय सबसे शुभ माना जाता है।
Q2. क्या टूटी मूर्तियां घर में रखना वास्तु दोष है?
हां, खंडित मूर्तियां नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करती हैं।
Q3. क्या बेकार इलेक्ट्रॉनिक सामान भी वास्तु दोष उत्पन्न करता है?
जी हां, ये ऊर्जा के प्रवाह को बाधित करते हैं।
Q4. क्या मुख्य द्वार की सजावट वास्तु में मायने रखती है?
बिलकुल, यह शुभ ऊर्जा को आमंत्रित करता है।
Q5. क्या दिवाली पर रसोई की सफाई जरूरी है?
हां, रसोईघर स्वास्थ्य और समृद्धि से जुड़ा होता है।
🔚 निष्कर्ष
दिवाली पर की गई सफाई केवल परंपरा नहीं, बल्कि ऊर्जा संतुलन का माध्यम है। वास्तु शास्त्र के अनुसार अगर सफाई सही दिशा और नियमों के अनुसार की जाए, तो घर में सुख-समृद्धि और बरकत बनी रहती है। इस दिवाली, इन वास्तु टिप्स को अपनाकर अपने घर को सकारात्मक ऊर्जा से भर दें।
External Source: Patrika Report
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