संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के 80वें सत्र में फिलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने हमास को हथियार छोड़ने की खुली अपील की है। उन्होंने स्पष्ट किया कि भविष्य की फिलिस्तीनी सरकार में हमास को कोई भूमिका नहीं दी जाएगी।
🌍 UNGA में फिलिस्तीन मुद्दा फिर केंद्र में
🏛️ संयुक्त राष्ट्र महासभा का 80वां सत्र
- आयोजन स्थल: न्यूयॉर्क, अमेरिका
- अवधि: 9 से 29 सितंबर 2025
- मुख्य चर्चा: 23–27 सितंबर के बीच वैश्विक मुद्दों पर बहस
- प्रमुख विषय: फिलिस्तीन को राष्ट्र का दर्जा, गाजा संकट, इज़रायल-हमास संघर्ष
🌐 फिलिस्तीन को अंतरराष्ट्रीय मान्यता
अब तक 152 देशों ने फिलिस्तीन को स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में मान्यता दी है। इनमें कनाडा, फ्रांस, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया जैसे प्रमुख देश शामिल हैं।
🎙️ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से हुआ संबोधन
🚫 अमेरिका ने वीजा देने से किया इनकार
महमूद अब्बास को अमेरिका ने वीजा देने से इनकार कर दिया, जिसके चलते वे UNGA सत्र में व्यक्तिगत रूप से शामिल नहीं हो सके। इसके बावजूद, महासभा की वोटिंग के बाद उन्हें वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधन की अनुमति दी गई।
📹 अब्बास का ऑनलाइन संबोधन
अपने संबोधन में अब्बास ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को धन्यवाद दिया और फिलिस्तीन की स्थिति पर गंभीर चिंता जताई। उन्होंने गाजा में मानवीय संकट को दूर करने के लिए वैश्विक सहयोग की अपील की।
🔫 हमास को हथियार सरेंडर करने की अपील
📢 अब्बास का सीधा संदेश
महमूद अब्बास ने हमास और उससे जुड़े अन्य गुटों से हथियार छोड़ने की मांग की। उन्होंने कहा:
“गाजा में हमास की कोई भूमिका नहीं होगी। उन्हें अपने हथियार फिलिस्तीनी प्राधिकरण को सौंपने होंगे।”
🛑 हमास की भूमिका पर सख्त रुख
अब्बास ने स्पष्ट किया कि युद्धविराम के बाद गाजा में जो नई सरकार बनेगी, उसमें हमास को कोई स्थान नहीं मिलेगा। यह बयान इज़रायल-हमास संघर्ष के बीच एक निर्णायक मोड़ माना जा रहा है।
🕊️ स्थायी युद्धविराम और मानवीय सहायता की मांग
🤝 अब्बास की प्राथमिकताएं
- इज़रायल-हमास युद्ध में स्थायी युद्धविराम
- गाजा में मानवीय सहायता की व्यवस्था
- नागरिकों की सुरक्षा और पुनर्वास
- अंतरराष्ट्रीय सहयोग से पुनर्निर्माण
🌐 वैश्विक समर्थन की सराहना
अब्बास ने उन सभी देशों को धन्यवाद दिया जिन्होंने फिलिस्तीन को राष्ट्र का दर्जा दिया। उन्होंने कहा कि यह समर्थन फिलिस्तीनी जनता के आत्मनिर्णय के अधिकार को मजबूत करता है।
📜 हमास के खिलाफ अब्बास का रुख क्यों सख्त हुआ?
🔥 7 अक्टूबर 2023 का हमला
हमास ने इज़रायल की सीमा में घुसकर 1200 से अधिक लोगों की हत्या की थी और सैकड़ों नागरिकों का अपहरण कर गाजा ले जाया गया था।
❌ अब्बास की निंदा
अब्बास ने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा:
“नागरिकों की हत्या और अपहरण किसी भी हाल में स्वीकार्य नहीं है।”
यह बयान अंतरराष्ट्रीय मंच पर हमास की छवि को और कमजोर करता है।
🧭 आगे क्या?
🏗️ गाजा में नई सरकार की योजना
अब्बास ने संकेत दिया कि युद्धविराम के बाद गाजा में एक नई सरकार का गठन होगा, जिसमें केवल वे गुट शामिल होंगे जो लोकतांत्रिक और शांतिपूर्ण प्रक्रिया का समर्थन करते हैं।
📌 संभावित बदलाव:
- गाजा में प्रशासनिक पुनर्गठन
- हमास के प्रभाव को समाप्त करना
- अंतरराष्ट्रीय निगरानी में चुनाव
- मानवीय सहायता का पारदर्शी वितरण
❓ FAQs
❓ हमास को हथियार सरेंडर करने की अपील क्यों की गई?
महमूद अब्बास ने गाजा में स्थायी शांति और लोकतांत्रिक शासन की स्थापना के लिए यह अपील की।
❓ क्या अमेरिका ने महमूद अब्बास को UNGA में शामिल होने से रोका?
जी हां, अमेरिका ने उन्हें वीजा नहीं दिया, जिसके कारण उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सत्र को संबोधित किया।
❓ फिलिस्तीन को कितने देशों ने मान्यता दी है?
अब तक 152 देशों ने फिलिस्तीन को स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में मान्यता दी है।
❓ क्या हमास की गाजा सरकार में कोई भूमिका रहेगी?
महमूद अब्बास ने स्पष्ट किया है कि नई सरकार में हमास को कोई स्थान नहीं मिलेगा।
External Source:
https://www.patrika.com/ Updates
🧾 निष्कर्ष: अब्बास का संदेश – शांति के लिए हथियार छोड़ें
फिलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने संबोधन के माध्यम से एक स्पष्ट संदेश दिया है – अगर गाजा में स्थायी शांति चाहिए, तो हथियारों का त्याग अनिवार्य है। हमास को सरकार से बाहर करने की घोषणा और अंतरराष्ट्रीय मान्यता की लहर फिलिस्तीन के लिए एक नए युग की शुरुआत हो सकती है।
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